Quality Buying on Dip in Stock Market: घरेलू शेयर बाजारों में बीते हफ्ते कमजोरी देखने को मिली. इस हफ्ते घरेलू मोर्चे पर बाजार की चाल आईटी कंपनियों के नतीजों, इनफ्लेशन, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) के आंकड़ों से तय होगी. एक्सपर्ट का कहना कि ग्लोबल सेंटीमेंट, रुपये में उतार-चढ़ाव, ब्रेंट क्रूड के दाम और विदेशी कोषों का रुख भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगा. फिलहाल बाजार में गिरावट आए तो क्वालिटी बॉइंग की सलाह है. आगे किसी भी पॉजिटिव सेंटीमेंट से बाजार में तेजी आ सकती है. पिछले हफ्ते सेंसेक्स में 940.37 अंकों या 1.55 फीसदी की गिरावट रही थी तो निफ्टी में 245.85 अंकों या 1.36 फीसदी की कमजोरी रही.
इन लेवल पर रहेगी निफ्टी की नजर
IIFL के VP-Research, अनुज गुप्ता का कहना है कि इस हफ्ते निफ्टी के लिए 17700 के लेवल पर मजबूत सपोर्ट है. जिसके नीचे 17500 के लेवल पर सपोर्ट है. यह लेवल ब्रेक होने पर बाजार में गिरावट बढ़ सकती है. वहीं 18250 और इसके बाद 18500 के लेवल पर रेजिस्टेंस है. यह लेवल ब्रेक होने पर बाजार ऊपर की ओर मूव कर सकता है.
बैंक निफ्टी के लिए 41600 और 40900 के लेवल पर सपोर्ट है. जबकि 42800 और 43500 के लेवल पर रेजिस्टेंस है. उनका कहना है कि मौजूदा समय में अगर बाजार में गिरावट आए तो खरीदारी करनी चाहिए.
आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी नजर
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीना ने कहा कि इस हफ्ते कई महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़े आने हैं. 12 जनवरी को आईआईपी और सीपीआई आधारित महंगाई के आंकड़े आएंगे।. उसी दिन चीन और अमेरिका भी अपने महंगाई के आंकड़े जारी करेंगे. तिमाही नतीजों के सीजन की शुरुआत आईटी कंपनियों के साथ होगी. टीसीएस, इंफोसिस और एचसीएल टेक अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी.
FIIs की बिकवाली ने बिगाड़ा सेंटीमेंट
जूलियर बेयर इंडिया के कार्यकारी निदेशक मिलिंद एम ने कहा कि भारतीय शेयर बाजारों की नए साल में शुरुआत सतर्क रुख के साथ हुई. महंगाई और एफआईआई द्वारा बिकवाली ने बाजार सेंटीमेंट बिगाड़ा. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के मिनट्स जारी होने के बाद निवेशकों की जोखिम लेने की धारणा पर असर पड़ा है. इससे 2023 में ब्याज दरों में और बढ़ोतरी का संकेत मिला है.