सस्ती हवाई सेवा उपलब्ध कराने वाली एयरएशिया इंडिया (AirAsia India) ने आज (12 फरवरी) एयर इंडिया (Air India) के साथ अपने अहम समझौते का ऐलान किया है. यह समझौता हवाई यात्रियों की अदला-बदली को लेकर हुआ है. समझौते के तहत हवाई यात्रा को लेकर अगर कोई दिक्कत आती है तो एयरएशिया इंडिया के यात्रियों को एयर इंडिया में और एयर इंडिया के यात्रियों को एयरएशिया इंडिया में बिठाया जा सकता है.
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दो साल के लिए हुआ एग्रीमेंट
एयरएशिया के प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा है कि यह समझौता एक स्टैंडर्ड एग्रीमेंट है जिसके तहत हवाई यात्रियों को अंतिम समय में अगर कोई दिक्कत आती है तो एक कंपनी के विमान से दूसरी कंपनी के विमान में बिठाया जाता है. एयरएशिया ने ऐसा ही एग्रीमेंट अन्य भारतीय विमान कंपनियों के किया हुआ है. यह अरेंजमेंट इस महीने से लेकर अगले दो साल के लिए प्रभावी रहेगा. दोनों ही विमान कंपनियां IROPS (इर्रेगुलेर ऑपरेशंस) के तहत एग्रीमेंट किया है. इसके तहत एयर इंडिया और एयरएशिया इंडिया के यात्रियों की अदला-बदली हो सकेगी लेकिन एस्सेप्टिंग एयरलाइन के एयरपोर्ट मैनेजर द्वारा तय किए गए उपलब्थता के आधार पर ही यात्रियों को सीटें मिलेंगी.
दोनों विमान कंपनियां टाटा ग्रुप की
दोनों ही विमान कंपनियां टाटा ग्रुप (Tata Group) का हिस्सा हैं. पिछले महीने एयर इंडिया आधिकारिक रूप से टाटा ग्रुप की हो गई. वहीं एयरएशिया इंडिया टाटा सन्स और एयरएशिया इंवेस्टमेंट लिमिटेड (मलेशिया) की ज्वाइंट वेंचर है. टाटा सन्स की इसमें 83.67 फीसदी हिस्सेदारी है. एयरएशिया पहली विदेशी विमान कंपनी है जिसने भारत में अपनी सब्सिडियरी बनाई और इसके जरिए ही टाटा ग्रुप की एविएशन इंडस्टी में वापसी हुई थी.
(इनपुट: पीटीआई)