Flexi Cap Funds: know features and benefits of this category of mutual funds | The Financial Express

Mutual Funds: फ्लेक्सी कैप फंड्स पर बढ़ा निवेशकों का भरोसा, क्‍या है खासियत, पोर्टफोलियो में क्यों करें शामिल?

Flexicap Funds: म्‍यूचुअल फंड में फ्लेक्सी कैप फंड लंबी अवधि के उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्‍प है, जो बाजार से ज्‍यादा रिस्‍क नहीं लेना चाहते हैं.

Mutual Funds: फ्लेक्सी कैप फंड्स पर बढ़ा निवेशकों का भरोसा, क्‍या है खासियत, पोर्टफोलियो में क्यों करें शामिल?
Mutual Funds: फ्लेक्सी कैप में फंड मैनेजर निवेशक का पैसा स्मॉल, मिड या लार्ज कैप में लगा सकते हैं.

Flexi Cap Funds: म्‍यूचुअल फंड में फ्लेक्सी कैप फंड लंबी अवधि के उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्‍प है, जो बाजार से ज्‍यादा रिस्‍क नहीं लेना चाहते हैं. फ्लेक्सी कैप फंड उनके लिए मुख्य इक्विटी होल्डिंग है. इसमें निवेश की खास फ्लेक्सिबिलिटी होती है, कि फंड मैनेजर अपने हिसाब से निवेशक का पैसा स्मॉल, मिड या लार्ज कैप में उनके प्रदर्शन के हिसाब से निवेश कर सकते हैं. यही खासियत इस कैटेगिरी का आकर्षण बढ़ा देती है. फ्लेक्सी कैप फंड्स की क्‍या खासियत है और निवेशकों को इसे अपने पोर्टफोलियो में क्यों जोड़ना चाहिए, इस पर मिरे एसेट इन्‍वेस्‍टमेंट मैनेजर्स के फंड मैनेजर, व्रिजेश कसेरा ने जानकारी दी है.

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क्‍यों सेफ है फ्लेक्सी कैप कैटेगिरी

म्‍यूचुअल फंड की अन्य कैटेगिरी की योजनाओं में मार्केट कैप की एक लिमिट होती है, वहीं फ्लेक्सी कैप के पास निवेश करने के लिए फ्लेक्सिबिलिटी होती है. इसमें फंड मैनेजर अपने हिसाब से निवेशकों का पैसा स्मॉल, मिड या लार्ज कैप में निवेश करते हैं. इसमें यह सुविधा होती है कि जो सेक्‍टर या फंड अच्‍छा कर रहे हैं, वहां निवेशकों का पैसा शिफ्ट कर सकते हैं. मसलन अगर लार्जकैप का प्रदर्शन अच्छा है तो फंड मैनेजर मिडकैप या स्मालकैप से पैसा लार्जकैप की ओर शिफ्ट कर देते हैं. इसी तरह मिडकैप या स्मालकैप के अच्छा करने की स्थिति में भी होता है.

फंड मैनेजर इस बात के लिए बाध्य नहीं होते कि किस फंड श्रेणी में कितना निवेश करना है. हालांकि इसके लिए शर्त यह है कि फंड मैनेजर को 65 फीसदी रकम इक्विटी में ही निवेश करना होगा. इस फंड की यही खासियत निवेशकों को आकर्षित करती है.

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निवेशकों का भरोसा लगातार बढ़ा

निवेशकों का भरोसा फ्लेक्सी कैप की ओर लगातार बढ़ा है, जिसने फ्लेक्सी कैप को आज म्यूचुअल फंड की अलग अलग योजनाओं में सबसे बड़ी इक्विटी निवेश कैटेगिरी में बदल दिया है. वर्तमान में इसमें 1.25 करोड़ फोलियो है और इसका कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 2.49 लाख करोड़ पहुंच गया है. इसलिए यह AUM में सबसे बड़ी इक्विटी फंड कैटेगिरी है. (सोर्स: एएमएफआई डेटा दिसंबर -22 के अंत तक).

सेक्टर के आधार पर निवेश

फ्लेक्सी कैप फंड निफ्टी 500 इंडेक्स में शामिल कंपनियों में निवेश करते हैं. इस बड़े सेट तक पहुंचने के दो तरीके हैं. पहला और सामान्य तरीका निफ्टी 500 के सेक्टर ब्रेक अप से प्रेरित और गाइड होने वाले सेक्टोरल आवंटन पर विचार करना.

इसमें ध्‍यान देने वाली बात यह है कि अलग अलग सेक्‍टर का प्रदर्शन हर साल बदल सकता है. किसी साल किसी सेक्‍टर ने बेहतर किया तो किसी साल दूसरे सेक्‍टर ने. इस आधार पर हम यह चयन कर सकते हैं कि कहां से पैसा निकालकर कहां लगाना है. किसी साल खराब प्रदर्शन वाले सेक्‍टर का आने वाले दिनों में प्रदर्शन बेहतर भी हो सकता है, इस आधार पर भी रणनीति में बदलाव हो सकता है.

मार्केट कैप के बेसिस पर निवेश

दूसरा तरीका मार्केट कैप वैल्यूएशन को देखने और इस आधार पर आवंटन करने का अप्रोच है. मार्केट कैप सेगमेंट, लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप आमतौर पर सेक्टोरल के उलट लंबी ट्रेंडलाइन दिखाते हैं. तीन मार्केट कैप सेगमेंट निफ्टी 50 इंडेक्स के सापेक्ष वैल्यूएशन प्रदर्शित करते हैं. इसके अलावा, एक फ्लेक्सी कैप फंड किसी भी बेस्‍ट अवसर में निवेश करने की स्वतंत्रता देता है, भले ही वह किसी भी मार्केट-कैप ब्रैकेट से संबंधित हो.

निवेशकों में आकर्षण

फ्लेक्सी कैप की इसी खासियत के चलते इसका निवेशकों में आकर्षण बढ़ा है. फंड वर्तमान में सबसे अच्छे इन्‍वेस्‍टमेंट आइडिया को होल्ड कर रहे हैं, जो बहुत ज्यादा रिसर्च और स्टडी के जरिए फिल्टर किए गए हैं. इसमें उन्‍हीं निवेश विकल्‍पों की पहचान की जाती है, जिनमें ग्रोथ की क्षमता बहुत ज्यादा होती है. डाटा से पता चलता है कि मार्केट कैप के भीतर जो कंपनियां, स्‍माल, मिड से लार्ज की ओर बढ़ती हैं, वे एक अवधि में कंपाउंडिंग ग्रोथ का संकेत देती हैं.

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First published on: 25-01-2023 at 14:17 IST

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