Upcoming IPO: मुथूट पप्पाचन ग्रुप (Muthoot Pappachan) की माइक्रोफाइनेंस इकाई मुथूट माइक्रोफिन (Muthoot Microfin) आईपीओ लाने की योजना बना रही है. कंपनी साल 2023 की अंतिम तिमाही तक यह आईपीओ लेकर आ सकती है. कंपनी इस आईपीओ के ज़रिए 1,500-1,800 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. दिल्ली स्थित मुथूट माइक्रोफिन को मुथूट फिनकॉर्प (Muthoot Fincorp) द्वारा प्रमोट किया जाता है, जो कि तीसरा सबसे बड़ा गोल्ड लोन प्लेयर है और मुथूट पप्पचन ग्रुप की प्रमुख फर्म है. मुथूट माइक्रोफिन 18 राज्यों में 22 लाख क्लाइंट बेस के साथ तीसरा सबसे बड़ा MFI है और इसकी 1,008 ब्रांच हैं. सितंबर 2022 तक, कंपनी के पास 7,500 करोड़ रुपये की एक्टिव लोन बुक थी.
आईपीओ से जुड़ी डिटेल
- मुथूट माइक्रोफिन के मैनेजिंग डायरेक्टर थॉमस मुथूट ने बुधवार को बताया, “हम 2023 की चौथी तिमाही तक 1,500-1,800 करोड़ रुपये के आईपीओ की योजना बना रहे हैं और मई 2023 तक सेबी के पास आईपीओ के कागजात दाखिल कर देंगे.
- मुथूट ने कहा कि 1,500-1,800 करोड़ रुपये में हमारा आईपीओ एमएफआई सेगमेंट में सबसे बड़ा होगा. मुथूट माइक्रोफिन लिस्टिंग के समय तक 10,000 करोड़ रुपये के AUM को पार करने वाला पहला MFI भी होगा.
- मुथूट माइक्रोफिन में मुथूट फिनकॉर्प और मुथूट परिवार की 71 फीसदी हिस्सेदारी है. इसके अलावा, लंदन स्थित निजी इक्विटी फर्म GPC में 16.6 प्रतिशत और शिकागो स्थित निजी इक्विटी फंड क्रिएशन की 9.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
- कंपनी के मुख्य कायकारी सदफ सईद ने बताया कि कंपनी की योजना 1,200 करोड़ रुपये की प्राथमिक पूंजी जुटाने की है. इसके अलावा बाहरी निवेशक छोटे आकार की बिक्री पेशकश भी लाएंगे. मुथूट ने बताया कि निर्गम के बाद भी प्रवर्तक परिवार की कंपनी में 50 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी बनी रहेगी.
कंपनी का कारोबार
कंपनी का कारोबार बढ़िया है और सितंबर में लोन बुक 7,500 करोड़ रुपये के AUM को पार कर गई है, जिससे उसने FY23 की पहली छमाही में 614.9 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया, जो FY22 की पहली छमाही में 369.4 करोड़ रुपये से 66 प्रतिशत अधिक था. कंपनी की शुद्ध आय H1 FY22 में 1.23 करोड़ रुपये से बढ़कर H1 FY23 में 27.3 करोड़ रुपये हो गई. मैनेजमेंट ने कहा कि कंपनी महामारी की दिक्कतों से पूरी तरह से उबर चुकी है और तब से वह सस्टेनेबल और प्रॉफिटेबल ऑपरेशन दिखा रही है. सईद ने कहा कि हम अब ग्रोथ कर रहे हैं, 45 प्रतिशत से अधिक कंपाउंडेड ग्रोथ रेट दर्ज कर रहे हैं, और हमारा AUM मार्च 2022 में 6,300 रुपये से बढ़कर 7,500 करोड़ रुपये को पार कर चुका है. उन्होंने यह भी कहा कि एसेट क्वालिटी में भी काफी सुधार हुआ है.
(इनपुट-पीटीआई)