Market Outlook for this Week: इस सप्ताह ग्लोबल फैक्टर्स और फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) के रुझान से डोमेस्टिक मार्केट सेंटीमेंट्स की दिशा तय होगी. इसके अलावा मंथली डेरिवेटिव एक्सपायरी की वजह से घरेलू बाजारों में उतार-चढ़ाव रह सकता है. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा कि पिछले कुछ सत्रों में घरेलु बाजारों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. हालांकि, निफ्टी में 5 हफ्ते की गिरावट के सिलसिले के बाद 3 फीसदी की अच्छी वीकली बढ़त देखने को मिली है. बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,532.77 अंक या 2.90 फीसदी चढ़ा. वहीं NSE का निफ्टी 484 अंक या 3.06 प्रतिशत के लाभ में रहा.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
- मीणा ने आगे कहा, ‘‘ग्लोबल इकनॉमी में इन्फ्लेशन और स्लोडाउन दुनियाभर के बाजारों के लिए चिंता की बात है. इस वजह से FII बिकवाली कर रहे हैं. हालांकि, डोमेस्टिक इन्वेस्टर्स के सपोर्ट के कारण भारतीय बाजार बेहतर स्थिति में है.’’ उन्होंने कहा कि मंथ एक्सपायरी की वजह से इस सप्ताह घरेलू बाजारों में कुछ उतार-चढ़ाव रहेगा.
- उन्होंने आगे कहा, वैश्विक मोर्चे पर फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की बैठक का ब्योरा 25 मई को जारी किया जाएगा, जो बाजार के नज़रिए से काफी अहम होगा. इसके अलावा डॉलर इंडेक्स का रुख और जिंसों के दाम भी बाजार को दिशा देने में अहम भूमिका निभाएंगे.
- सैमको सिक्योरिटीज में इक्विटी रिसर्च हेड येशा शाह ने कहा, ‘‘पिछले सप्ताह बाजार में उतार-चढ़ाव रहा. वृहद आर्थिक आंकड़ों, मौजूदा तिमाही नतीजों के सीजन और डेरिवेटिव निपटान की वजह से यह सिलसिला इस सप्ताह भी जारी रह सकता है.’’
- शाह ने कहा कि FOMC की बैठक का ब्योरा, अमेरिका के जीडीपी के अनुमान और बेरोजगारी के आंकड़े ग्लोबल मार्केट सेंटीमेंट्स को प्रभावित करेंगे.
- मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर हमारा मानना है कि इस सप्ताह भी बाजारों में उतार-चढ़ाव रहेगा. वृहद स्तर पर कई चीजें मसलन हाई इन्फ्लेशन और आक्रामक तरीके से ब्याज दरों में बढ़ोतरी बाजार को प्रभावित करेगी.’’
इन कंपनियों के आएंगे तिमाही नतीजे
सप्ताह के दौरान सेल, जोमैटो, अडाणी पोर्ट्स, दीपक फर्टिलाइजर्स, इंटरग्लोब एविएशन, हिंडाल्को, एनएमडीसी, गेल और गोदरेज इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजे आएंगे. रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा कि आगे चलकर वैश्विक रुख, तिमाही नतीजों का अंतिम चरण और रूस-यूक्रेन युद्ध बाजार की दिशा को प्रभावित करेगा.
(इनपुट-पीटीआई)