Kaynes Technology Share to List: इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग के कारोबार वाली कंपनी Kaynes Technology India Limited-KTIL के शेयर की लिस्टिंग 22 नवंबर 2022 को होने जा रही है. इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था. वहीं इस पर एक्सपर्ट की भी मिली जुली प्रतिक्रिया रही है. एक्सपर्ट ने इसे लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी थी. फिलहाल यह कंपनी डिफेंस सेक्टर में काम करती है. हाल फिलहाल के आईपीओ मार्केट पर नजर डालें तो डिफेंस शेयरों की लिस्टिंग पर अच्छा रिटर्न मिला है. शेयर ने लंबी अवधि में भी बेहतर प्रदर्शन किया है.
लिस्टिंग पर डिफेंस शेयरों ने 185% तक दिए रिटर्न
Paras Defence की लिस्टिंग 1 अक्टूबर 2021 को हुई थी. शेयर की लिस्टिंग इश्यू प्राइस से 185 फीसदी प्रीमियम पर हुई. जबकि अबतक शेयर ने 243 फीसदी रिटर्न दिया है.
MTAR Tech की लिस्टिंग 15 मार्च 2021 को 88 फीसदी प्रीमियम पर हुई. अबतक रिटर्न 167 फीसदी रहा है.
Data Patterns की लिस्टिंग 24 दिसंबर 2021 को 29 फीसदी प्रीमियम पर हुई. शेयर ने अबतक 135 फीसदी रिटर्न दिया है.
DCX Systems की लिस्टिंग 11 नवंबर 2022 को 49 फीसदी प्रीमियम पर हुई. शेयर ने अबतक 29 फीसदी रिटर्न दिया है.
Dreamfolks Serv की लिस्टिंग 6 सियतंबर 2022 को 42 फीसदी प्रीमियम पर हुई. अबतक रिटर्न 17.24 फीसदी रहा.
निवेशकों का मिला था अच्छा रिस्पांस
Kaynes Technology के आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था. कंपनी का इश्यू को कुल 34.16 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. आईपीओ को 1.04 करोड़ शेयरों के मुकाबले 35.76 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं. इस आईपीओ के तहत, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के हिस्से को 98.47 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की कैटेगरी को 21.21 गुना और रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स (RII) को 4.09 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है.
IPO GMP: ग्रे मार्केट से कैसे संकेत
Kaynes Technology के आईपीओ का लिस्टिंग के ठीक पहले ग्रे मार्केट में क्रेज बना हुआ है. ग्रे मार्केट में शेयर का भाव 220 रुपये के प्रीमियम पर है. अपर प्राइस बैंड 587 रुपये के लिहाज से इसकी लिस्टिंग 807 रुपये के भाव पर हो सकता है. यानी इसमें 37% रिटर्न मिल सकता है.
लंबी अवधि में मिल सकता है बेहतर रिटर्न
ब्रोकरेज हाउस आनंद राठी के मुताबिक Kaynes Technology एक तेजी से ग्रोथ कर रही ESDM सर्विसेज कंपनी है, जिसका पोर्टफोलियो डाइवर्सिफाइड है. कंपनी का बिजनेस मॉडल मजबूत है और यह ऑटोमोटिव, इंडस्ट्रियल, एयरोस्पेस एंड डिफेंस, मेडिकल डिवाइसेज, रेलवे और इंटरनेट ऑफ थिंग्स सेग्मेंट में है. इन सेक्टर में डिमांड बढ़ रही है. कंज्यूमर और इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स में बढ़ रही डिमांड, ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग एन्वायरमेंट में बदलाव का भी कंपनी लाभ लेने की स्थिति में है. कंपनी का वैल्युएशन फेयर दिख रहा है. रेवेन्यू आउटलुक मजबूत है. ऐसे में लंबी अवधि में इसमें पैसा बन सकता है.