Buy Now, Pay Later Schemes: देश में ई-कॉमर्स दायरा बढ़ने के साथ ही कार्ड से खरीदारी में भी तेज इजाफा हुआ है. तमाम तरह के क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और पेमेंट ऐप की वजह से ऑनलाइन शॉपिंग और इंटरनेट पर खरीदारी को जबरदस्त रफ्तार मिली है. लेकिन अब पेमेंट और और ई-कॉमर्स कंपनियों ने कस्टमर्स को ‘बाई नाऊ, पे लेटर’ (Buy Now Pay Later) यानी ‘अभी खरीदें और पैसे बाद में दें’ जैसी लुभावनी योजनाओं का ऑप्शन देना शुरू कर दिया है. ऐसी योजना की मदद से आपको तुरंत पेमेंट किए बगैर खरीदारी की सुविधा मिल जाती है. पेमेंट करने के लिए 15 से 45 दिनों का वक्त मिल जाता है. पेमेंट डेट पर आपकी ओर से खर्च की गई रकम आपके बैंक खाते से डेबिट हो जाती है. अगर आप पेमेंट डेट पर एकमुश्त भुगतान नहीं करना चाहते हैं तो आप पूरी रकम को EMI में तब्दील करके कई किस्तों में भी अदा सकते हैं.
सरल फॉर्मेट की वजह से लोकप्रिय हो रहा है BNPL
‘बाई नाऊ, पे लेटर’ यानी BNPL का यह तरीका अपने आसान फॉर्मेट की वजह से खरीदारों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है. कोरोना महामारी के दौर में यह ज्यादा पसंद किया गया, क्योंकि इस दौरान बड़े पैमाने पर लोगों की आय में गिरावट आई. भुगतान का यह तरीका उन युवाओं में भी काफी लोकप्रिय हो रहा है, जो क्रेडिट या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल किए बिना ही BNPL के जरिए तय सयम के लिए ब्याज रहित क्रेडिट का लाभ ले पाते हैं.
इसके लोकप्रिय होने के और भी कई कारण हैं. इसके जरिये खरीदारी करने पर आपको अपना कार्ड डिटेल, बैंक डिटेल या कोई दूसरी वित्तीय सूचना शेयर नहीं करनी होती है. इससे कार्ड या पेमेंट फ्रॉड का डर खत्म हो जाता है. ओटीपी और बैंक डिटेल्स न मांगे जाने से खरीदारी का अनुभव बेहतर रहता है. ग्राहक को ऑनलाइन खरीदारी में पूरी सुरक्षा मिलती है और उसका वक्त भी कम खर्च होता है. इसमें कोई छिपा हुआ चार्ज नहीं होता है. जबकि क्रेडिट कार्ड में हिडेन चार्जेज होते हैं. यूजर को पता होता है कि उसकी क्रेडिट लिमिट कितनी होती है और बिल पेमेंट की तारीख कब है. लेट पेमेंट पर काफी कम पेनाल्टी लगती है, जबकि क्रेडिट कार्ड पेमेंट में देरी होने पर काफी ज्यादा ब्याज लगता है.
फ्लिपकार्ट और पेटीएम समेत कई कंपनियों ने लॉन्च किया है BNPL
फिलहाल फ्लिपकार्ट अपनी BNPL योजना के जरिए खरीदारी पर 30 दिन का क्रेडिट दे रहा है. यानी खरीदारी के 30 दिन बाद आप इंटरेस्ट फ्री पेमेंट कर सकते हैं. ज्यादातर ट्रांजेक्शन के लिए OTP की जरूरत नहीं होती और इसकी सुरक्षा भी बैंक जैसी होती है. इसमें डिजिटल KYC की पूरी सुविधा है 10 हजार रुपये तक की खरीदारी पर अड़चन रहित चेकआउट की सुविधा है. सिंगल क्लिक के साथ शॉपिंग की प्रोसेस पूरी हो जाती है. देश में BNPL की रफ्तार तेज होते देख ई-रिटेल कंपनियों के साथ ही साथ पेटीएम (PayTM) जैसी पेमेंट सर्विस कंपनियों ने भी अपने BNPL का दायरा बढ़ाना शुरू कर दिया है.
फ्लिपकार्ट का दावा है BNPL से खरीदारी करने वाले उसके कस्टमर्स की संख्या बढ़ कर 28 लाख हो गई है. उसका लक्ष्य इस कस्मटर बेस को इस साल के अंत तक एक करोड़ तक ले जाने का है. फ्लिपकार्ट के फिनटेक और पेमेंट्स ग्रुप के हेड रंजीत बोयनापल्ली का कहना है कि BNPL का सरल फॉर्मेट ही इसे लोकप्रिय बना रहा है. कस्टमर को मिल रहा अड़चन रहित शॉपिंग अनुभव BNPL का दायरा तेजी से बढ़ रहा है.
क्या BNPL सचमुच फायदे का सौदा है?
BNPL में इतनी सहूलियत के बावजूद जरूरी नहीं कि यह सबको उपलब्ध हो. दरअसल आपको क्रेडिट देने का फैसला मशीन इंटेलिजेंस के जरिये होता है. यूजर का सेलेक्शन एक जटिल algorithms process से होता है. इससे मर्चेंट प्लेटफॉर्म पर कस्टमर के बिहेवियर समेत 100 फीचर्स की प्रॉसेसिंग होती है. इसे इस तरह भी कहा जा सकता है कि कस्टमर BNPL को नहीं चुनता, बल्कि BNPL ही कस्टमर को चुनता है.
कुल मिलाकर BNPL का प्रचलन भले ही हाल में तेजी से बढ़ा हो, लेकिन यह भी एक तरह का शॉर्ट टर्म लोन ही है. इसमें आपकी क्रेडिट लिमिट आपके खर्च करने के पैटर्न पर निर्भर होती है. आपका एक बिलिंग साइकिल भी होता है, जिसके तहत आपको पेमेंट करना होता है. समय पर पेमेंट न करने पर पेनाल्टी भी देनी पड़ती है. पेनाल्टी न चुकाने पर आपका अकाउंट ब्लॉक हो सकता है. और एक बात यह भी ध्यान में रखने वाली है कि BNPL आपको बेवजह खर्च करने के लिए भी प्रेरित करता है. हालांकि खरीदारी का अंतिम फैसला तो हमेशा आपके हाथ में ही होता है.