HDFC Hikes Lending Rate: हाउसिंग फाइनेंस कंपनी और मार्गेज लेंडर एचडीएफसी (HDFC) ने बेंचमार्क लेंडिंग रेट में 30 बेसिस प्वाइंट्स (0.30 फीसदी) की बढ़ोतरी का ऐलान किया है. बैंक के इस फैसले से अब एचडीएफसी से कर्ज लेना महंगा हो जाएगा. इस फैसले का असर नए और पुराने दोनों ग्राहकों पर होगा.
इससे पहले आईसीआईसीआई बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और बैंक ऑफ इंडिया पहले ही ब्याज दरें बढ़ा चुके हैं. ब्याज दरों में यह बढ़ोतरी बुधवार (4 मई) को केंद्रीय बैंक आरबीआई द्वारा अचानक रेपो रेट बढ़ाए जाने के चलते हो रहा है. आरबीआई ने रेपो रेट को 0.40 फीसदी बढ़ा दिया है.
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9 मई से प्रभावी होगी एचडीएफसी की नई दरें
एचडीएफसी ने हाउसिंग लोन पर रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट (RPLR) को 0.30 फीसदी बढ़ा दिया है जिस पर होम लोन की दरें तय होती है. नई दरें 9 मई 2022 से प्रभावी होंगी. नई दरों के लागू होने के बाद क्रेडिट और लोन राशि के आधार पर 7-7.5 फीसदी की दर से लोन मिलेगा. अभी यह 6.70-7.15 फीसदी पर है.
मौजूदा कर्ज पर कैसे पड़ेगा असर
मार्गेज लेंडर एचडीएफसी में मौजूदा ग्राहकों के लोन की रीप्राइसिंग के लिए तीन महीने का साइकिल चलता है. ऐसे में बढ़ी हुई लोन की दरें फर्स्ट डिस्बर्समेंट के डेट के आधार पर तय होंगी. इस महीने की शुरुआत में एचडीएफसी ने बेंचमार्क लेंडिंग रेट को 5 बेसिस प्वाइंट्स (0.05 फीसदी) बढ़ा दिया था जिससे मौजूदा लोन की ईएमआई महंगी हो गई है.
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RBI के ऐलान के बाद से बढ़ रही दरें
बुधवार को आरबीआई ने अचानक रेपो पेट में 40 बेसिस प्वाइंट्स (0.40 फीसदी) और कैश रिजर्व रेशियो (सीआरआर) में 50 बेसिस प्वाइंट्स (0.50 फीसदी) की बढ़ोतरी का ऐलान किया था. कैश रिजर्व रेशियो का मतलब आरबीआई के पास बैकों द्वारा कुल कैश डिपॉजिट का हिस्सा है. आरबीआई के इस ऐलान के बाद से वित्तीय संस्थान दरों में बढ़ोतरी कर रहे हैं. अब रेपो रेट 4.40 फीसदी, रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी और सीआरआर 4 फीसदी पर है. बढ़ी हुई दरें तत्काल प्रभाव से लागू हो चुकी हैं.
(इनपुट: पीटीआई)