टेलीकम्युनिकेशन डिपार्टमेंट (DoT) ने घाटे में चल रही टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea-Vi) को बताया है कि केन्द्र सरकार द्वारा टेल्को की 16,130 करोड़ रुपये की डेफर्ड इंटरेस्ट पेमेंट अमाउंट (Telco’s Deferred Interest Payment Amount) को इक्विटी में बदलने से पहले Vi को 5G सेवा रोल आउट करने और निवेशकों को बोर्ड पर लाने की जरुरत है.
ये शर्त टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनी को एक कठिन स्थिति में डाल सकती है क्योंकि सरकार पहले से अर्जित इंटरेस्ट को इक्विटी में बदल रही है, जिससे उसे कंपनी में 33 फीसदी हिस्सेदारी मिल जाएगी. हालांकि इस कवायद से उन निवेशकों को आसानी होगी जो फंड कलेक्शन में मदद करने की इच्छा रखते हैं.
सरकार द्वारा बकाया को इक्विटी में बदलने में देरी के बारे में पूछे जाने पर शुक्रवार को पोस्ट-अर्निंग एनालिस्ट कॉल में वोडाफोन आइडिया के सीईओ अक्षय मूंद्रा ने कहा कि हम ठीक से इसका कारण नहीं जानते कि इक्विटी कनवर्जन में देरी क्यों नहीं हो रही है. इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार ने कुछ समय लिया है. डीओटी के साथ कंपनी की बातचीत जारी है. इस मामले पर अपनी उम्मीद जाहिर करते हुए अक्षय मूंद्रा ने कहा है कि जल्द ही ये हो जाना चाहिए.
जनवरी में होगा था इक्विटी कनवर्जन
वोडाफोन आइडिया के सीईओ ने बताया कि इस साल जनवरी के महीने में कंपनी इक्विटी कनवर्जन का प्रयास किया गया था. इसे लेकर टेलीकम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के साथ चर्चा भी की थी, हमें मार्च 2022 में डिपार्टमेंट ने कंपनी को एक पत्र भेजा था, जिसके बाद कंपनी ने इक्विटी कनवर्जन की राशि की पुष्टि की, और टेलीकम्युनिकेशन डिपार्टमेंट व कंपनी के बीच अप्रैल के महीने में सहमति बनी थी. उसके बाद इस मामले पर डिपार्टमेंट की तरफ से कोई सूचना नहीं मिली थी.
फंड जुटाने के बाद Vi करेगी 5G सेवा शुरू
अक्षय मूंद्रा ने बताया कि 5जी सेवा के शुरू होने में देरी का एक प्रमुख कारण फंड की कमी है. उन्होंने ने कहा कि कंपनी योजनाओं के साथ 5G सेवा को रोलआउट करने के लिए तैयार है. इसके लिए कंपनी अपने वेंडर्स यानी विक्रेताओं के साथ लगी हुई है. फंड की व्यवस्था हो जाने के बाद वीआई 5G सेवाओं को रोलआउट करने और उसे जल्द ही ग्राहकों तक पहुंचाने में सक्षम हो जाएगी.
(Article : Jatin Grover)