Adani Group Shares Trading With Heavy Discount: गौतम अडानी ग्रुप शेयरों (Adani Group Shares) में बीते कुछ दिनों से उथल पुथल मचा हुआ है. फॉरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म Hindenburg की ग्रुप शेयरों पर निगेटिव रिपोर्ट से सेंटीमेंट बहुत ज्यादा खराब हुआ है. कुछ शेयरों में लगातार लोअर सर्किट देखने को मिल रहा है. इसी के चलते Adani Enterprises के एफपीओ से दूसरे दिन भी अबतक निवेशक दूर हैं. हाल की गिरावट के बाद ग्रुप के कई शेयर अभी 1 साल के हाई से 40 से 60 फीसदी तक सस्ते होकर ट्रेड कर रहे हैं. अडानी ग्रुप शेयरों (Adani Group Stocks) में बीते बुधवार से ही बिकवाली है. किस शेयर का क्या है हाल……
Adani Total Gas
आज Adani Total Gas में 20 फीसदी तक गिरावट आई है. यह इंट्राडे में 2342 रुपये के भाव पर आ गया. बीते 5 दिनों में शेयर 41 फीसदी कमजोर हुआ है. शेयर के लिए 1 साल का हाई 4000 रुपये है. यानी 1 साल के हाई से शेयर 42 फीसदी कमजोर होकर ट्रेड कर रहा है.
Adani Wilmar
Adani Wilmar में भी आज 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है. आज यानी 30 जनवरी को शेयर 491 रुपये तक कमजोर हुआ है. 5 दिनों में इसमें 12 फीसदी कमजोरी आई है. शेयर के लिए 1 साल का हाई 878 रुपये है. यानी एक साल के हाई से यह करीब 45 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है.
Adani Green Energy
Adani Green Energy के शेयर में आज इंट्राडे में 20 फीसदी तक गिरावट आई है. 5 दिनों में यह 34 फीसदी कमजोर हुआ है. यह आज 1309 रुपये तक कमजोर हुआ. जबकि शेयर के लिए 1 साल का हाई 3050 रुपये है. यानी शेयर अपने 1 साल के हाई से 57 फीसदी कमजोर हुआ है.
Adani Power
Adani Power में आज 5 फीसदी तक गिरावट आई है. बीते 5 दिन में यह 15 फीसदी तक कमजोर हुआ है. शेयर आज 236 रुपये तक कमजोर हुआ, जबकि एक साल का हाई 433 रुपये है. इस लिहाज से यह 1 साल के हाई से 46 फीसदी कमजोर हुआ है.
Adani Transmission
Adani Transmission का शेयर आज 19 फीसदी टूट गया है. यह इंट्राडे में 1632 रुपये तक कमजोर हुआ. जबकि शेयर के लिए 1 साल का हाई 4237 रुपये है. 5 दिन में शेयर 41 फीसदी कमजोर हुआ है. शेयर अपने 1 साल के हाई से करीब 61 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है.
NDTV
NDTV में आज 4 फीसदी कमजोरी है. यह 246 रुपये तक कमजोर हुआ है. वहीं 1 साल का हाई 573 रुपये है. इस लिहाज से यह 1 साल के हाई से 57 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है.
क्या है Hindenburg की रिपोर्ट में
Hindenburg की रिपोर्ट में अडानी की कंपनियों में कर्ज को लेकर सवाल उठाए गए हैं. साथ ही अडानी ग्रुप की कंपनियों को 85 फीसदी से ज्यादा ओवरवैल्यूड भी बताया गया है. Hindenburg यूएस-ट्रेडेड बांड और नॉन इंडियन ट्रेडेड डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स के माध्यम से अडानी ग्रुप के शेयरों में शॉर्ट पोजीशंस रखेगी. इसका मतलब है कि वह अडानी के शेयरों को शॉर्ट टर्म में निकाल देगी. इसके पहले अगस्त, 2022 में फिच ग्रुप की एक फिक्स्ड इनकम रिसर्च फर्म क्रेडिटसाइट्स ने ग्रुप के कर्ज पर चिंजा जताई थी. क्रेडिटसाइट्स के अनुसार वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का कर्ज 2.2 लाख करोड़ रुपये हो गया था.
अडानी के जवाब पर हिंडनबर्ग का पलटवार
अडानी ग्रुप ने फाइनेंशियल रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों को भारत, उसकी संस्थाओं और विकास की गाथा पर सुनियोजित हमला बताते हुए कहा कि आरोप झूठ के सिवाय कुछ नहीं हैं. अडानी ग्रुप ने 413 पन्नों के जवाब में कहा है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ‘‘मिथ्या धारणा बनाने’’ की ‘‘छिपी हुई मंशा’’ से प्रेरित है, ताकि अमेरिकी कंपनी को वित्तीय लाभ मिल सके.
वहीं, हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप के इन आरोपों को खारिज कर दिया है. अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग यूनिट ने कहा कि धोखाधड़ी को ‘राष्ट्रवाद’ या ‘कुछ बढ़ा-चढ़ाकर प्रतिक्रिया’ से ढंका नहीं जा सकता.