
कोरोना वायरस के बढ़ रहे मामलों के बीच दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट है. ग्लोबल मार्केट सेंटीमेंट खराब होने का असर घरेलू शेयर बाजार सेंसेक्स और निफ्टी पर भी देखा जा रहा है. गुरूवार के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में अबतक की सबसे बड़ी गिरावट रही. सेंसेक्स जहां 2919 अंक टूटकर 2 साल के लो पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी भी 825 अंकों से ज्यादा कमजोर होकर 3 साल के लो पर बंद हुआ. निफ्टी पर वोलैटिलिटी इंडेक्स भी लगातार बढ़ रहा है, जिससे आगे भी बाजार में गिरावट की आशंका है. ऐसे में पुराने निवेशक जहां अपने निवेश को लेकर डरे हैं, वहीं नए निवेशक बाजार में पैसा लगाने से डर रहे हैं. आखिर एक निवेशक के तौर पर आपको क्या करना चाहिए……
VIX में 30.44 फीसदी तेजी
गुरूवार को निफ्टी पर वोलैटिलिटी इंडेक्स VIX में करीब 30.44 फीसदी की तेजी रही है. यह गुरूवार को 41.1625 के सतर पर पहुंच गया जो 52 हफ्तों के हाई के करीब है. VIX के 52 हफ्तों का लो 9 के आस पास है. यानी यह अपने लो से 32 अंक ज्यादा बढ़ चुका है. VIX इंडेक्स के हाई रहने का मतलब है कि आगे भी बाजार में भी उतार चढ़ाव बने रहने की पूरी आशंका है.
खराब ग्लोबल सेंटीमेंट
कोरोना वायरस के चलते ग्लोबल मार्केट सेंटीमेंट खराब हो गए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया है और कहा है कि इसके कहा कि इसकी रोकथाम के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए. इसके बाद बुधवार को अमेरिकी बाजारों में 2008 की मंदी के बाद सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली. डाउ जोंस 1,464.94 अंकों यानी 5.86 फीसदी की गिरावट के साथ 23,553.22 के स्तर पर पर बंद हुआ. नैसडेक में 4.70 फीसदी और S&P 500 इंडेक्स में 4.89 फीसदी की गिरावट रही.
वहीं, गुरूवार को तोक्यो में 5 फीसदी से ज्यादा, हांगकांग में 3.8 फीसदी और सिडनी में लगभग 7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. बैंकॉक शेयर बाजार लगभग 8 फीसदी नीचे चला गया. सियोल, वेंलिंगटन और ताइपे में लगभग 4 फीसदी की गिरावट देखी गई. जबकि सिंगापुर और जकार्ता में 3 प्रतिशत से ज्यादा की कमी आई. शंघाई शेयर बाजार में 1.3 फीसदी की गिरावट आई.
इस बार बाजारों में सामान्य गिरावट नहीं
एंजेल ब्रोकिंग के चीफ एनालिस्ट (टेक्निकल एंड डेरिवेटिव्स), समीत चावण का कहना है कि पिछले 10 से 12 सालों में शेयर बाजार में कई बार करेक्शन देखने को मिला है. लेकिन जिस तरह से ग्लोबल बाजारों में मौजूदा गिरावट है यह सामान्य गिरावट नही है. इसमें अगर किसी दिन बाजार में रिकवरी आ भी रही है तो अगले दिन बड़ी गिरावट आ जा रही है. यह ट्रेडर्स के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है. हर कोई बाजार को लेकर हैरान है और यहां कोई थ्योरी काम नहीं कर रही है.
ट्रेडिंग बेल्स के CEO और कोफाउंडर अमित गुप्ता का कहना है कि गुरूवार को शेयर बाजार में अबतक की सबसे बड़ी गिरावट रही. इसके पीछे प्रमुख वजह कोरोना वायरस का डर है. हालांकि क्रूड प्राइस पर टेंशन बढ़ने और क्रूड की कीमतों में गिरावट का असर भी बाजार पर रहा. कोरोना को लेकर डर बढ़ रहा है और अलग अलग देश दूसरे देशों में आने और जाने पर बैन लगा रहे हैं. ट्रेड एक्टिविटी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है. कई सेक्टर को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं.
क्या करें निवेशक
अमित गुप्ता के अनुसार सबसे अच्छा तरीका है कि निवेशक अभी बाजार में नए निवेश को लेकर दूर रहें, जब तब बाजार में उतार चढ़ाव खत्म न हो जाए. कोरोना का असर जैसे जैसे कम होगा, बाजार भी सेटल होगा. एक बार सेटल होने के बाद बाजार में फिर तेजी आएगी. वहीं, अगर आप ट्रेड करना चाहते हैं और मार्केट की समझ है तो कुछ फ्रेश स्टॉक लेकर अपने निवेश की एवरेजिंग कर सकते हैं. अभी कई अच्छे शेयर सस्ते भाव पर मिल रहे हैं. हालांकि हमारी सलाह है कि बाजार स्थिर होने तक इंतजार करें, जिसके बाद लंबी अवधि के लिए निवेश का अच्छा मौका बनेगा.
समीत चावण के अनुसार फिलहाल निवेशकों को अभी इंतजार करना चाहिए और अगर किसी को ट्रेड करना ही है तो वह जितना जल्दी हो सके, इस गिरावट का फायदा उठाना चाहिए. अगर निवेशक के तौर पर आप संयम रख सकते हैं तो गिरावट को बेहतर मौके के तौर पर लेना चाहिए. यहां कई अच्छे मौके आपका इंतजार कर रहे हैं.
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