Dreamfolks Services Share Price: ड्रीमफॉक सर्विसेज (Dreamfolks Services) के शेयरों की आज स्टॉक मार्केट में मजबूत लिस्टिंग हुई है. IPO के तहत अपर प्राइस बैंड 326 रुपये था, जबकि बीएसई पर यह 505 रुपये पर लिस्ट हुआ है. यानी लिस्टिंग 55 फीसदी के प्रीमियम पर हुई है. हर शेयर पर निवेशकों को एक झटके में ही 179 रुपये का मुनाफा हुआ है. सवाल उठता है कि वोलेटाइल मार्केट में ठीक ठाक रिटर्न मिलने के बाद निवेशकों को क्या करना चाहिए. बता दें कि इस इश्यू को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था. यह कुल 57 गुना सब्सक्राइब हुआ था. इस आईपीओ में निवेश को लेकर एक्सपर्ट और ब्रोकरेज हाउस के रिएक्शन मिले जुले थे.
शेयर में निवेशक क्या करें
Swastika Investmart Ltd. के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट आयुश अग्रवाल का कहना है कि उनका कहना है कि जिन्होंने लिस्टिंग गेंस के लिए निवेश किया था, उन्हें इसमें 457 रुपये स्टॉप लॉस लगाकर रखना चाहिए. वहीं रिस्क लेने की क्षमता है तो लंबी अवधि के लिए इसमें बने रह सकते हैं. घरेलू बाजार में कंपनी का कोई प्रतिस्पर्धी नहीं है, लेकिन उन्हें प्रॉयोरिटी पास और ड्रैगन पास जैसे बड़े वैश्विक कार्यक्रमों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है. एसेट-लाइट ऑपरेशंस के बावजूद, कंपनी ने हाई रीसिवेबल्स के कारण अस्थिर कैश फ्लो देखा है. वहीं आईपीओ का नेचर पूरी तरह से OFS होने के चलते प्रमोटर की हिस्सेदारी और प्रीमियम वैल्यूएशन (P/E of 104.82 based on FY22 EPS) 33 फीसदी कमजोर पड़ेगा. इसलिए मॉडरेट से हाई रिस्क वाले लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए ही यह शेयर बेहतर है.
57 गुना हुआ था सब्सक्राइब
यह आईपीओ 24 अगस्त को खुला था और 26 अगस्त को बंद हुआ. यह ओवरआल 57 गुना सब्सक्राइब हुआ है. 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले शेयरों के लिए प्राइस बैंड 308-326 रुपये प्रति शेयर रखा गया था. शेयरों का लॉट साइज 46 था. यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल का था. इश्यू के बाद कंपनी के पेड-अप इक्विटी शेयर कैपिटल का 33 फीसदी होगा.
कंपनी के साथ क्या है पॉजिटिव
- भारतीय एविएशन इंडस्ट्री अगले दो दशकों में अपने डेमोग्रैफिक एडवांटेज, मिडिल क्लास इनकम में पोटेंशियल ग्रोथ, बिजनेस ट्रैवल बढ़ने, एयर ट्रैवल कास्ट घटने, टियर -2 और टियर 3 शहरों में बढ़ रहे ट्रैवल के चलते मजबूत ग्रोथ दिखाने को तैयार है. 2040 तक हवाई अड्डे के लाउंज की संख्या चौगुनी होने की उम्मीद है.
- लाउंज के बढ़ते साइज, क्रेडिट कार्ड की संख्या में बढ़ोतरी, हवाई अड्डों के प्राइवेटाइजेशन के साथ इंडियल एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस मार्केट का साइज 2018 में 4,014 मिलियन से बढ़कर 2030 तक 66,784 मिलियन होने की उम्मीद है. ड्रीमफॉल्क को इसका बड़ा लाभ मिलेगा. वहीं भारत में जारी क्रेडिट और डेबिट कार्ड कार्यक्रमों के लिए कंपनी की महत्वपूर्ण विशिष्टता है.
- कंपनी के लिए सबसे बड़ा प्रतिस्पर्धात्मक लाभ इसका नेटवर्क इफेक्ट है. भारत में सभी 54 लाउंज के साथ गठजोड़ इसे अपने ग्राहकों को वन-स्टॉप सॉल्यूशन प्रदान करने और ग्राहकों और लाउंज ऑपरेटर्स के बीच अपनी स्थिति को मजबूत करने में सक्षम बनाता है.
(Disclaimer: आईपीओ को लेकर विचार एक्सपर्ट के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)