Delhivery IPO: सप्लाई चेन कंपनी Delhivery को बाजार नियामक सेबी से आईपीओ के जरिए 7460 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी मिल गई है. सेबी के पास दाखिल ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक इस आईपीओ के तहत 5 हजार करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे. इसके अलावा कंपनी के मौजूदा शेयरधारक 2460 करोड़ रुपये के शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बिक्री करेंगे. इस आईपीओ के जरिए कार्लील ग्रुप व सॉफ्ट बैंक के अलावा डेल्हीवरी के को-फाउंडर्स कंपनी में अपनी हिस्सेदारी को कम करेंगे. कंपनी ने पिछले साल नवंबर 2021 में आईपीओ के लिए सेबी के पास आवेदन किया था.
Delhivery IPO से जुड़ी डिटेल्स
- सेबी के पास दाखिल डीआरएचपी के मुताबिक 7460 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत कंपनी 5 हजार करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी करेगी.
- आईपीओ के जरिए कंपनी के मौजूदा शेयरधारक 2460 करोड़ रुपये के शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बिक्री करेंगे. कार्लील ग्रुप की इकई सीए स्विफ्ट इंवेस्टेमेंट्स 920 करोड़ रुपये, सॉफ्ट बैंक ग्रुप की इकाई एसवीएप डोरबेल (केमैन) 750 करोड़ रुपये के शेयरों की ओएफएस के तहत बिक्री करेगी. इसके अलावा चाइना मोमेंटम फंड की शत प्रतिशत सब्सिडियरी डेली सीएमएफ प्राइवेट लिमिटेड 400 करोड़ रुपये और टाइम्स इंटरनेट 330 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री करेगी.
- कंपनी के को-फाउंडर्स कपिल भारती 14 करोड़ रुपये, मोहित टंडन 40 करोड़ रुपये औऱ सूरज सहारन 6 करोड़ रुपये के शेयरों की ओएफएस के तहत बिक्री करेंगे. भारती की कंपनी में 1.11 फीसदी, टंडन की 1.88 फीसदी और सहारन की 1.79 फीसदी हिस्सेदारी है. सबसे अधिक 22.78 फीसदी हिस्सेदारी सॉफ्टबैंक की है.
- कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया, मोर्गन स्टैनले इंडिया कंपनी और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं.
- नए शेयरों को जारी कर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी ऑर्गेनिक व इनऑर्गेनिक ग्रोथ की फंडिंग और अन्य रणनीतिक शुरुआत के अलाव आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी.
कंपनी के बारे में डिटेल्स
- ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स कंपनी डेल्हीवरी का देश भर में नेटवर्क है और 30 जून 2021 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक यह देश के 17045 पिन कोड वाले पतों पर सेवाएं उपलब्ध कराती है.
- यह विभिन्न सेक्टर के 21342 एक्टिव कस्टमर्स को सप्लाई चेन सॉल्यूशंस उपलब्ध कराती है यानी कि उनके सामानों की डिलीवरी करती है. इसमें एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, लाइफ स्टाइल, रिटेल, ऑटोमोटिव और मैन्यूफैक्चरिंग के ई-कॉमर्स मार्केटप्लेसेज, डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर ई-टेलर्स व एंटरप्राइजेज और एसएमईज शामिल हैं.