DCX Systems IPO GMP: अगर आप आईपीओ मार्केट में कमाई के मौके खोज रहे हैं तो आपके पास मौका है. बंगलुरू बेस्ड केबल्स और वायर हारनेस एसेंबलीज मैन्युफैक्चरिंग कंपनी डीसीएक्स सिस्टम्स (DCX Systems) का आईपीओ (IPO) आज यानी 31 अक्टूबर को खुल गया है. आईपीओ को लेकर ग्रे मार्केट में क्रेज बना हुआ है. ग्रे मार्केट में कंपनी का शेयर करीब 40 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट होने के संकेत दे रहा है. इस इश्यू को 2 नवंबर तक सब्सक्राइब किया जा सकता है. अगर आप इसमें निवेश का मन बना रहे हैं तो पहले इसके पॉजिटिव और निगेटिव चेक कर लें.
कंपनी के साथ क्या है पॉजिटिव?
Swastika Investmart Ltd. के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट प्रवेश गौर का कहना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन-ताइवान संघर्ष जैसे जियो पॉलिटिकल इश्यू ने ग्लोबल लेवल पर डिफेंस पर बढ़ते खर्च के लिए एक मजबूत प्रोत्साहन पैदा किया है. इसके अलावा, घरेलू लेवल पर मैन्युफैक्चरिंग पर भारत सरकार का फोकस है. वहीं मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसी योजनाओं के चलते भारतीय डिफेंस सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में बढ़ोतरी का अनुमान है. वहीं इंपोर्ट पर कुछ प्रतिबंधों से भी घरेलू कंपनियों को फायदा होगा. DCX Systems लीडिंग भारतीय ऑफसेट पार्टनर्स (IOP) में से एक है और रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक सब-सिस्टम और केबल हार्नेस के निर्माण के लिए टॉप भारतीय कंपनियों में शामिल है.
किसे करना चाहिए निवेश?
उनका कहना है कि कंपनी को लेकर कुछ कंसर्न भी हैं. जैसे कुछ खास ग्राहकों पर उच्च निर्भरता, इंडस्ट्री का रेगुलेटेड नेचर, लो र्जिन से अधिकांश राजस्व, हाई डेट टु इक्विटी और हाई वर्किंग कैपिटल की जरूरत. हालांकि, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (ईएमएस), केबल हार्नेस, एमआरओ और ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी जैसे हाई-मार्जिन और हाई ग्रोथ वाले वर्टिकल में कंपनी की विस्तार योजना कुछ चिंताओं को कम करती है. वहीं पियर्स की तुलना में बेहतर वैल्युएशन भी पॉजिटिव फैक्टर है. फिर भी इस आईपीओ में उन निवेशकों को ही पैसे लगाने की सलाह है, जो लंबी अवधि का नजरिया रखते हैं.
क्या है प्राइस बैंड और लॉट साइज
इश्यू का साइज 500 करोड़ है. जबकि कंपनी ने इसके लिए प्राइस बैंड 197 से 207 रुपये प्रति शेयर तय किया है. DCX Systems के आईपीओ में एक लॉट साइज में 72 शेयर हैं. इसमें एक लॉट खरीदना जरूरी है. इस लिहाज से कम से कम 14,904 रुपये निवेश करना होगा. अधिकतम 13 लॉट या 936 शेयर खरीद सकते हैं. यानी अधिकतम करीब 193752 लाख के करीब निवेश कर सकेंगे.
IPO के साइज की डिटेल
DCX Systems का आईपीओ के जरिए बाजार से 500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है. इसमें 400 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू के जरिए जुटाया जाएगा. वहीं 100 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल है. कंपनी के प्रोमोटर्स एनसीबीजी होल्डिंग (NCBG Holdings Inc ) और वीएनजी टेक्नोलॉजी (VNG Technology) ऑफर फॉर सेल में अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे.
किसके लिए कितना रिजर्व
DCX Systems के आईपीओ में 75 फीसदी कोटा संस्थागत निवेशकों के रिजर्व रखा गया है. 15 फीसदी कोटा गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए और 10 फीसदी रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व रखा गया है.
कहां होगा फंड का इस्तेमाल
DCX Systems आईपीओ से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में करेीग. इस फंड के जरिए वर्किंग कैपिटल जरुरतों को पूरा किया जाएगा. साथ ही सब्सिडियरी रैनियल एडवांस सिस्टम्स में निवेश, कैपिटल एक्सपेंडिचर खर्च और जनरल कॉरपोरेट जरुरतों को पूरा करने पर फंड खर्च किया जाएगा.
कंपनी के कैसे हैं फाइनेंशियल
DCX Systems का रेवेन्यू 2019-20 में 449 करोड़ रुपये था जो 56.64 फीसदी बढ़कर 2021-22 में बढ़कर 1102 करोड़ रुपये रहा है. कंपनी का आर्डर बुक मार्च 2020 को 1941 करोड़ रुपये था जो 31 मार्च 2022 को बढ़कर 2369 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है.
बुक रनिंग लीड मैनेजर्स
एडलवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज, एक्सिस कैपिटल और सैफ्रॉन कैपिटल आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं. आईपीओ की लिस्टिंग बीएसई और एनएसई पर होगी.
कब होगी शेयर की लिस्टिंग
आईपीओ में शेयर अलॉटमेंट 7 नवंबर को हो सकता है. वहीं जिन्हें शेयर नहीं मिलेंगे, उन्हें 9 नवंबर तक पैसे रिफंड होंगे. सफल आवेदकों के डीमैट अकाउंट में 10 नवंबर को शेयर आएंगे. जबकि 11 नवंबर को DCX Systems की शेयर बाजार में एंट्री हो सकती है.
(Disclaimer: यहां IPO में निवेश को लेकर सलाह एक्सपर्ट के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के विचार नहीं हैं. शेयर बाजार में रिस्क होते हैं, इसलिए निवेश से पहले एडवाइजर से सलाह लें.)