कोरोना वायरस (Coronavirus) का संकट देश में गहराता जा रहा है. भारत इस महामारी के तीसरे चरण में प्रवेश कर चुका है, जहां खतरा बेहद ज्यादा है. देश में अब तक कोविड-19 (COVID-19) के 415 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 7 लोगों की मौत हो चुकी है. देश के 100 शहरों में लॉक डाउन है. संकट के इस दौर में मदद के लिए तीन उद्योगपति आगे आए हैं. ये तीन लोग आनंद महिन्द्रा, अनिल अग्रवाल और विजय शेखर शर्मा हैं.
महिन्द्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिन्द्रा (Anand Mahindra) ने आगे कहा कि महिन्द्रा फाउंडेशन एक फंड बनाएगी, जो महिन्द्रा ग्रुप की वैल्यू चेन (छोटे बिजनेस और सेल्फ इंप्लॉयड) में सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वालों की मदद करेगा. हम अपने एसोसिएट्स को इस फंड में स्वैच्छिक योगदान के लिए प्रोत्साहित करेंगे. आनंद महिन्द्रा इस फंड में अपनी 100 फीसदी सैलरी देंगे और अगले कुछ महीनों में और ज्यादा योगदान देंगे.
आनंद महिन्द्रा ने यह भी कहा है कि महिन्द्रा ग्रुप तुरंत प्रभाव से इस बारे में काम शुरू कर रहा है कि कैसे हमारी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज वेंटिलेटर्स बना सकती हैं. साथ ही महिन्द्रा हॉलिडेज में रिजॉर्ट को अस्थायी केयर फैसिलिटीज के तौर पर देने के लिए भी ग्रुप तैयार है.
अनिल अग्रवाल देंगे 100 करोड़
खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वेदांता लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, ‘‘महामारी से लड़ने के लिए मैं 100 करोड़ रुपये देने की प्रतिबद्धता जता रहा हूं. जरूरत पड़ने पर हम कोष में वृद्धि भी कर सकते हैं.’’ वेदांता ने एक बयान में कहा कि दिहाड़ी मजदूरों, कंपनी के कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों के साथ ही कंपनी के संयंत्रों के आसपास के इलाकों में लोगों की उपचारात्मक स्वास्थ्य देखभाल के लिए इस कोष का इस्तेमाल किया जाएगा. वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड वेदांता ने कहा है कि कंपनी इस संकट की अवधि में अस्थायी कर्मचारियों सहित अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं करेगी या किसी भी कर्मचारी को निकालेगी नहीं.
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स्पेशल बीमा कवर का भी एलान
इसके अलावा कंपनी ने कोविड-19 के लिए वेदांता के कर्मचारियों और उनके परिवारों को विशेष बीमा कवर देने का फैसला भी किया है. इसके साथ ही कंपनी के संयंत्रों के आसपास चाय की दुकान या सब्जी के ठेलों के जरिए आजीविका चलाने वाले लोगों की मदद भी की जाएगी, ताकि उनकी गुजर-बसर होती रहे. कंपनी ने कहा है कि परिचालन वाले क्षेत्रों में सभी चलायमान स्वास्थ्य वैन सुरक्षात्मक स्वास्थ्य देखभाल में मदद करेंगी और प्रत्येक व्यावसायिक उसके आस पास काम करने वाले इकाई दिहाड़ी मजदूरों और चाय विक्रेताओं के गुजर बसर में भी मदद करेगी.
I am committing 100 cr towards fighting the Pandemic. #DeshKiZarooratonKeLiye is a pledge that we undertook & this is the time when our country needs us the most. Many people are facing uncertainty & I’m specially concerned about the daily wage earners, we will do our bit to help pic.twitter.com/EkxOhTrBpR
— Anil Agarwal (@AnilAgarwal_Ved) March 22, 2020
विजय शेखर देंगे 5 करोड़
डिजिटल भुगतान से जुड़ी कंपनी पेटीएम (Paytm) के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर ने कहा है कि हमें अधिक संख्या में भारतीय इनोवेटर्स, शोधकर्ताओं की जरूरत है जो वेंटिलेटर की कमी और कोविड-19 के इलाज के लिए देशी समाधान खोज सकें. पेटीएम संबंधित चिकित्सा समाधानों पर काम करने वाले ऐसे दलों को पांच करोड़ रुपये देगी.
विजय शेखर ने आईआईएससी, बेंगलुरु के प्राध्यापक गौरव बनर्जी के एक संदेश पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह बात कही. बनर्जी ने अपने संदेश में किसी आपातकालीन स्थिति में देशी तकनीक का इस्तेमाल कर वेंटिलेटर बनाने की बात कही थी.