Best Largecap, Midcap, Smallcap Stocks Idea: फेस्टिव सीजन के दौरान शेयर बाजार में बाउंसबैक देखने को मिला. सितंबर महीने में गिरावट के बाद अक्टूबर में निफ्टी 18000 के पार निकल गया. अक्टूबर में निफ्टी में मंथली बेसिस पर 5.4 फीसदी बढ़त रही. यह अगस्त 2021 के बाद सबसे अच्छी ग्रोथ रही. ग्लोबल लेवल पर कई चुनौतियों के बाद ओवरआल साल 2022 में भारतीय बाजारों का प्रदर्शन बेहतर रहा है. फिलहाल साल के अंत में बाजार के मजबूत फंडामेंटल को देखते हुए पोर्टफोलियो को मजबूत करने का समय है. इस बारे में ब्रोकरोज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने अपनी एक रिपोर्ट दी है.
भारतीय बाजार ने दिखाया दम
ब्रोकरेज हाउस के अनुसार ग्लोबल लेवल पर जहां ज्यादातर इक्विटी मार्केट में साल 2022 में 20-25 फीसदी गिरावट देखने को मिली, वहीं भारतीय बाजारों में 4 फीसदी के करीब बढ़त है. निफ्टी मिडकैप 100 (+2.5% मंथली बेसिस पर) और निफ्टी स्मालकैप 100 (+2.6% मंथली बेसिस पर) भी मजबूत रहे, लेकिन बेंचमार्क की तुलना में इनमें बढ़त कम रही. निफ्टी मिडकैप 100 अभी लार्जकैप से 23 फीसदी प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है, जबकि निफ्टी स्मालकैप 100 अभी 16 फीसदी डिस्काउंट पर है.
अक्टूबर में ग्लोबल मार्केट में भी सुधार
अक्टूबर महीने में ज्यादातमर बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों के शेयर बाजारों में सुधार देखने को मिला है. अक्टूबर में भारतीय बाजारों मे मंथली बेसिस पर 5 फीसदी की बढ़त रही. दूसरे बाजारों से तुलना करें तो Russia MICEX (15% MoM), US (+8% MoM), चीन (-4% MoM) ब्राजील (5% MoM), UK (+3% MoM), जापान (6% MoM), दक्षिण कोरिया (6% MoM), इंडोनेशिया (1% MoM) बढ़त या गिरावट के साथ बंद हुए.
FIIs रहे नेट बॉयर्स
रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर में भारतीय बाजारों का प्रदर्शन ग्लोबल पियर्स की तुलना में बेहतर रहा है. FIIs की बात करें तो उन्होंने बाजार से 100 करोड़ डॉलर निवेश किए हैं. जबकि सितंबर में 160 करोड़ डॉलर निकाले थे. अक्टूबर में DIIs नेट बॉयर्स रहे. वहीं इस साल DIIs ने 3000 करोड़ डॉलर का निवेश किया.
किस सेक्टर में कैसा प्रदर्शन
अक्टूबर में भारत की बात करें तो PSU Banks इंडेक्स में 16 फीसदी तेजी रही, Capital Goods इंडेक्स में 7 फीसदी तेजी रही. टेक्नोलॉजी इंडेक्स में 6 फीसदी तेजी रही तो प्राइवेट बैंक इंडेक्स में 6 फीसदी तेजी रही है. जबकि कंज्यूमर और मीडिया इंडेक्स में कमजोरी रही.
कैसा है बाजार का वैल्युएशन
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि बाजार का वैल्युएशन कंफर्टेबल है. निफ्टी के लिए 12 मंथ फारवर्ड P/E अभी 18.8के मल्टीपल पर है. जबकि 12 मंथ ट्रेलिंग P/E अभी 21.8 के मल्टीपल पर है जो LPA से 9 फीसदी ज्यादा है. मार्केट कैपिटलाइजेशन टु GDP रेश्यो FY22 के हाई से गिरा है, लेकिन 100 फीसदी लेवल के पार बना हुआ है.
किस सेक्टर पर बुलिश, किस पर अंडरवेट
2QFY23 में कॉरपोरेट अर्निंग नुमान के मुताबिक रहे हैं. हैवीवेट शेयरों में RIL, HDFC Bank, TCS, ICICI Bank और Infosys के नतीजे अनुमान के मुताबिक रहे हैं. ब्रोकरेज द्वारा कवर किए जाने वाले कंपनियों में 70 फीसदी की अर्निंग या तो उम्मीद के मुताबिक या बेहतर रही है. BFSI और ऑटो में अच्छी ग्रोथ देखने को मिल रही है. कमोडिटी की कीमतों में नरमी का फायदा कंपनियों की अर्निंग पर दिखा है. निफ्टी अभी 22x FY23E पर ट्रेड कर रहा है. यह कंफर्ट रूप से LPA के पार है और नियर टर्म में इसमें लिमिटेड तेजी की गुंजाइश है. ब्रोकरेज हाउस ने BFSI, ऑटो, कंज्यूमर और IT पर ओवरवेट रेटिंग दी है. जबकि एनर्जी, फार्मा और यूटिलिटीज पर अंडरवेट की.
टॉप लार्जकैप स्टॉक
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), Infosys, ICICI Bank, SBI, भारती एयरटेल (Bharti Airtel), ITC, Maruti Suzuki, Titan Company, अल्ट्राटेक साीमेंट, IndusInd Bank, Hindalco, अपोलो हॉस्पिटल्स, मैक्रोटेक डेवलपर्स
टॉप मिडकैप/स्मालकैप
वरुण बेवरेजेज, Ashok Leyland, जुबिलेंट फूडवर्क्स, Metro Brands, विनाती ऑर्गेनिक्स, Cams Services, Angel One, लेमन ट्री होटल, VRL लॉजिस्टिक्स
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)