Bank of India Q3FY23 Results : बैंक ऑफ इंडिया ने मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए अपने वित्तीय नतीजों का एलान कर दिया है. सरकारी क्षेत्र के इस महत्वपूर्ण बैंक का मुनाफा तीसरी तिमाही में 12 फीसदी बढ़ा है. अच्छी बात यह भी है कि इस दौरान बैंक के बैड लोन (Gross NPA) में गिरावट देखने को मिली है. बैंक को उम्मीद है कि 2022-23 के पूरे वित्त वर्ष के दौरान उसकी क्रेडिट ग्रोथ 11 से 12 फीसदी के बीच रहेगी.
BOI का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 74% बढ़ा
मंगलवार को घोषित नतीजों के मुताबिक अक्टूबर से दिसंबर 2022 के दौरान बैंक ऑफ इंडिया का नेट प्रॉफिट 12 फीसदी बढ़कर 1151 करोड़ रुपये हो गया. पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में बैंक ने 1,027 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. इसी अवधि के दौरान बैंक का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 74 फीसदी बढ़कर 3,652 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 2,096 करोड़ रुपये ही था. मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 14,159.60 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 11,211.14 करोड़ रुपये रही थी.
BOI की नेट इंटरेस्ट इनकम 64% बढ़ी
वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही (Q3FY23) के दौरान बैंक ऑफ इंडिया की नेट इंटरेस्ट इनकम भी 64 फीसदी बढ़कर 5,596 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही (Q3FY22) में यह 3,408 करोड़ रुपये रही थी. बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजमेंट को उम्मीद है कि 2022-23 के पूरे वित्त वर्ष के दौरान उसकी क्रेडिट ग्रोथ 11 से 12 फीसदी के बीच रहेगी.
एसेट क्वॉलिटी में सुधार
एसेट क्वॉलिटी के मामले में भी बैंक ऑफ इंडिया के प्रदर्शन में सुधार देखने को मिला है और इसके बैड लोन 10 फीसदी से कम हो गए हैं. मंगलवार को जारी नतीजों के मुताबिक अक्टूबर से दिसंबर 2022 के दौरान बैंक का ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग एसेट (Gross NPA) घटकर 7.66 फीसदी हो गया. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान बैंक का ग्रॉस एनपीए 10.46 फीसदी था. इसी अवधि के दौरान बैंक का नेट एनपीए 2.66 फीसदी से घटकर 1.61 फीसदी हो चुका है. दिसंबर 2022 में खत्म तिमाही के दौरान बैंक का कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो (CAR) 15.50 फीसदी दर्ज किया गया है.