Aviation stocks: कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच एविएशन सेक्टर के शेयर इंडिगो (InterGlobe Aviation) और स्पाइसजेट (SpiceJet) में गुरुवार को गिरावट रही. इंडिगो का शेयर BSE पर 5.30 फीसदी की गिरावट के साथ 1,862.50 रुपये की कीमत पर बंद हुआ है. वहीं स्पाइसजेट के शेयर ने (SpiceJet stock) दिन में एक बार अपने 52 सप्ताह के लो स्तर 57.70 रुपये को छू लिया था. बाद में यह 0.66 फीसदी गिरकर 60.45 रुपये की कीमत पर बंद हुआ है.
एविएशन सेक्टर इसलिए है दबाव में
कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च के रिसर्च हेड गौरव गर्ग ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन को बताया, “महामारी के चलते सरकार ने प्रतिबंध लगाए हैं, नतीजतन ट्रैवल डिमांड में कमी के कारण एविएशन सेक्टर दबाव में है, साथ ही बढ़ती गैसोलीन की कीमतें और नेगेटिव करेंसी रेट्स की वजह से यह सेक्टर प्रभावित हो रही है.” पिछले सत्र में, ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स ने सात वर्षों में पहली बार रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव के कारण 90 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को छू लिया था.
Air India की कमान अब Tata Group के पास, टाटा संस चेयरमैन बोले- बनाएंगे वर्ल्ड क्लास एयरलाइन
निवेशकों को एक्सपर्ट्स ने दी ये सलाह
एनालिसट्स का कहना है कि तेल की बढ़ती कीमतों के अलावा, वीक ग्लोबल सेंटीमेंट और भारत में बढ़ते COVID-19 मामले भी विमानन शेयरों में गिरावट की वजह हैं. टिप्स 2 ट्रेड्स के को-फाउंडर और ट्रेनर पवित्रा शेट्टी ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन को बताया, “वीक ग्लोबल सेंटीमेंट, भारत में बढ़ते COVID मामले और कच्चे तेल के लगभग 90 डॉलर के स्तर के कारण एयरलाइन शेयरों में भारी कमजोरी आई है. तकनीकी रूप से सभी स्टॉक कमजोर दिखते हैं, लेकिन इंटरग्लोब एविएशन और स्पाइसजेट को लॉन्ग टर्म के हिसाब से खरीदने का यह अच्छा मौका है.”
Canara Bank: राकेश झुनझुनवाला के पसंदीदा PSU बैंक का मुनाफा 115% बढ़ा, शेयर में जोरदार तेजी
5 फीसदी की और हो सकती है गिरावट
वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण राज्य के स्वामित्व वाले फ्यूल रिटेलर्स ने भी एटीएफ की कीमतों में वृद्धि कर दी, जिससे एयरलाइन स्टॉक दबाव में आ गया है. एनालिस्ट्स का कहना है कि कमजोर बाजारों के बीच विमानन शेयरों में और 5 फीसदी की गिरावट हो सकती है. शेयर इंडिया सिक्योरिटीज के वीपी और हेड ऑफ रिसर्च रवि सिंह ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन को बताया, “ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी ने उद्योग की ऑपरेशन कॉस्ट में वृद्धि की है. इसके अलावा, ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों और यात्रा प्रतिबंधों ने भी एविएशन इंडस्ट्री को प्रभावित किया है, जिससे संबंधित शेयरों में और गिरावट आई है. वीक मार्केट सेंटीमेंट के कारण शेयरों में 3-5 फीसदी की और गिरावट हो सकती है.”
(Article: Surbhi Jain)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)