मलेशिया की बजट विमानन कंपनी एयर एशिया (AirAsia Group Bhd) ने अपने भारतीय परिचालनों में 32.67 फीसदी हिस्सेदारी टाटा सन्स (Tata Sons) को बेचने की योजना बनाई है. यह बिक्री 3.77 करोड़ डॉलर में होगी. एयर एशिया इंडिया, एयर एशिया और टाटा सन्स का ज्वॉइंट वेंचर है और एयर एशिया इंडिया में टाटा सन्स बहुलांश हिस्सेधारक है. यह सौदा मार्च 2021 तक पूरा हो जाने का अनुमान है. ग्रुप ने यह भी कहा है कि वह एयर एशिया इंडिया द्वारा एयर एशिया बरहाद को नहीं चुकाई गई ब्रांड लाइसेंस फीस को भी माफ करने के लिए तैयार है.
एयर एशिया की एयर एशिया इंडिया में 49 फीसदी हिस्सेदारी है. ग्रुप का कहना है कि भारतीय कारोबार में अपनी हिस्सेदारी बेचने से एयर एशिया ग्रुप प्रमुख साउथ ईस्ट एशियाई बाजारों में अपनी रिकवरी पर ध्यान दे सकेगा. ट्रैवलिंग पर कोविड19 महामारी का असर होने से ग्रुप का इन बाजारों में कारोबार प्रभावित हुआ है.
जापान में बंद कर चुकी है परिचालन
एयर एशिया ग्रुप ने एक बॉर्स फाइलिंग में कहा कि ग्रुप के निदेशकों ने सावधानीभरे विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि ग्रुप के भारतीय कारोबार में हिस्सेदारी बिक्री एयर एशिया और इसके शेयरधारकों के हित में है. दो माह पहले एयर एशिया ने जापान में अपने परिचालन बंद कर दिए. इसके पीछे कोविड काल के बेहद चुनौतीपूर्ण हालातों का हवाला दिया गया.
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नवंबर में की थी निवेश की समीक्षा
एयर एशिया ग्रुप के सीईओ टोनी फर्नांडीज ने सितंबर में कहा था कि समूह साउथईस्ट एशिया में अपनी मौजूदगी को कंसोलिडेट और मजबूत करना चाहता है. इसका अभिप्राय जापान और भारत से कारोबार समेटना हो सकता है. नवंबर में एयर एशिया ने घोषणा की थी कि वह भारत में अपने निवेश की समीक्षा कर रही है क्योंकि वहां इसके परिचालनों पर आ रही लागत कंपनी पर वित्तीय बोझ डाल रही है.