AGS Transact Technologies IPO: एजीएस ट्रांजैक्ट टेक्नोलॉजीज़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए बुधवार 19 जनवरी को खुलेगा. इस आईपीओ के साथ ही देश के प्राइमरी मार्केट में करीब एक महीने का सूखा खत्म होगा. इस आईपीओ के तहत 680 करोड़ रुपये के शेयर जारी किए जाएंगे. यह सभी शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत जारी होंगे, जिसके जरिए कंपनी के प्रमोटर रवि बी गोयल समेत मौजूदा शेयरहोल्डर अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे.
आईपीओ के तहत एजीएस ट्रांजैक्ट टेक्नोलॉजीज़ (AGS Transact Technologies) के शेयर 166 से 175 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड में जारी किए जाने हैं. लेकिन सब्सक्रिप्शन खुलने से पहले ग्रे मार्केट में इसकी बोली 21 रुपये प्रति शेयर के प्रीमियम पर लग रही है. साल 2022 के दौरान दलाल स्ट्रीट पर बड़ी संख्या में आईपीओ खुलने की उम्मीद है, जिनमें देश में अब तक का सबसे बड़ा लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (LIC) का आईपीओ भी शामिल है.
इन तारीखों में खुला रहेगा IPO
एजीएस ट्रांजैक्ट टेक्नोलॉजीज़ (AGS Transact Technologies) का IPO सब्सक्रिप्शन के लिए बुधवार यानी 19 जनवरी से लेकर 21 जनवरी 2022 तक खुला रहेगा. कंपनी ने अपने शेयर 166 से 175 रुपये प्रति शेयर के फिक्स्ड प्राइस बैंड में जारी करने का एलान किया है. एक लॉट में 85 शेयर जारी किए जाएंगे, लिहाजा आईपीओ में एक निवेशक के लिए कम से कम निवेश 15,045 रुपये का होगा. आईपीओ के तहत कंपनी की योजना 680 करोड़ रुपये जुटाने की है, लेकिन पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) होने के चलते इस रकम का कोई भी हिस्सा कंपनी के खाते में नहीं जाएगा. कंपनी के प्रमोटर इश्यू के जरिए अपनी हिस्सेदारी घटाने जा रहे हैं. इश्यू के बाद कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी करीब 32 फीसदी घट जाएगी, जबकि पब्लिश शेयरहोल्डिंग मौजूदा 1.1 फीसदी से बढ़कर 33.26 फीसदी हो जाएगी.
आईपीओ के तहत आधे शेयर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखे गए हैं. QIB के लिए ये 19,428 शेयर प्राइस बैंड के ऊंचे स्तर पर रिजर्व किए गए हैं. पूरे आईपीओ के तहत 13,600 यानी 35 फीसदी शेयर रिटेल निवेशकों को जारी किए जाने हैं. गैर-संस्थागत निवेशक (NII) 15 शेयरों के लिए बिड कर सकते हैं.
एजीएस ट्रांजैक्ट टेक्नोलॉजीज की खासियत
एजीएस ट्रांजैक्ट टेक्नोलॉजीज दिसंबर 2002 में इनकॉरपोरेट की गई थी. यह कंपनी फिलहाल देश के सबसे बड़े पेमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइडर्स में शामिल है, जो बैंकों और कॉरपोरेट ग्राहकों को डिजिटल और कैश आधारित सॉल्यूशन मुहैया कराती है. यह कंपनी पेमेंट सॉल्यूशन, बैंकिंग ऑटोमेशन सॉल्यूशन और अन्य ऑटोमेशन सॉल्यूशन मुहैया कराती है. इसके ग्राहकों में रिटेल, पेट्रोलियम और कलर सेक्टर से कस्टमर शामिल हैं. कंपनी ने अपने कारोबार का विस्तार श्रीलंका, सिंगापुर, कंबोडिया, फिलीपीन्स और इंडोनेशिया जैसे अन्य एशियाई देशों में भी किया है.
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन
मार्च 2019 में खत्म वित्त वर्ष में कंपनी ने 1805 करोड़ रुपये की रेवेन्यू हासिल की थी, जो पिछले वित्त वर्ष के दौरान घटकर 1759 करोड़ रुपये रही. कंपनी का नेट प्रॉफिट पिछली तिमाही के दौरान 54.79 करोड़ रुपये रहा है, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान यह 66.19 करोड़ रुपये रहा था.
(स्टोरी : क्षितिज भार्गव)