Adani Enterprises Share Tank After FPO Closed: अडानी ग्रुप शेयरों में आज लगातार 5वें दिन भी बिकवाली देखने को मिल रही है. अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी Adani Enterprises का फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (FPO) वैसे तो 112 फीसदी सब्सक्राइब हुआ है, लेकिन इश्यू बंद होने के अगले दिन यानी 1 फरवरी को शेयर में 6 फीसदी तक गिरावट आई है. बजट डे पर जब बाजार में जोरदार रैली है, अडानी ग्रुप के कुछ शेयरों में लोअर सर्किट लगा है. फॉरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म Hindenburg की ग्रुप शेयरों पर निगेटिव रिपोर्ट से सेंटीमेंट बहुत ज्यादा खराब हुआ है.
Adani Enterprises 6 फीसदी तक टूटा
Adani Enterprises का शेयर आज इंट्राडे में 6 फीसदी तक कमजोर हुआ है और 2800 रुपये के भाव पर आ गया. मंगलवार को शेयर 2974 रुपये पर बंद हुआ था. 31 जनवरी को कंपनी का एफपीओ 112 फीसदी सब्सक्राइब होकर बंद हुआ है. नॉन इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 3.32 गुना या 332 फीसदी सब्सक्राइब हुआ है. वहीं क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल के लिए रिजर्व हिस्सा 126 फीसदी तो रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व हिस्सा 12 फीसदी भरा है. कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्सा भी 53 फीसदी भर गया है.
आज किस शेयर का क्या है हाल
Adani Green Energy में आज 6 फीसदी गिरावट है और यह 1151 रुपये पर आ गया. Adani Ports आज 3 फीसदी टूटकर 594 रुपये पर आ गया. Adani Total Gas में लोअर सर्किट लगा है और यह 10 फीसदी टूटकर 1897 रुपये पर है. Adani में भी लोअर सर्किट लगा है और यह 5 फीसदी टूटकर 212.75 रुपये पर आ गया. NDTV 4 फीसदी कमजोरी के साथ 238 रुपये पर है.
अडानी ग्रुप शेयरों में निवेशक क्या करें
IIFL, VP-रिसर्च, अनुज गुप्ता का कहना है कि अडानी ग्रुप शेयरों में बिकवाली हिंडनबर्ग की निगेटिव रिपोर्ट के रिएक्शन में है. हालांकि इस पर ग्रुप की ओर से क्लेरिफिकेशन आया है. वहीं ग्रुप कंपनियों को लेकर एसबीआई और एलआईसी ने भी चिंता नहीं जताई है, जो पॉजिटिव है. डानी ग्रुप कंपनियों में कोई भी लोन अनसिक्योर्ड नहीं है. वहीं उनके पास मजबूत ब्रॉन्ड का डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो है. कारोबार बेहतर सेक्टर में है, ऐसे में भविष्य को लेकर ज्यादा चिंता नहीं दिख रही है.
हालांकि उनका यह भी कहना है कि शॉर्ट टर्म में अडानी ग्रुप शेयरों पर दबाव देखने को मिलेगा. इसलिए निवेशकों को अभी फिलहाल वेट एंड वाच की स्थिति में रहने की सलाह है. उन्हें शेयर में गिरावट थमने तक इंतजार करना चाहिए. आगे किस तरह के क्लेरिफिकेशन आते हैं, इस पर नजर रहेगी. एक बार शेयर स्टेबल हो जाएं तो इस गिरावट को निवेश के मौके के तौर लेना चाहिए. वहीं जिनका पैसा लगा है, वे शेयर में बने रहें.
(Disclaimer: अडानी ग्रुप स्टॉक पर विचार एक्सपर्ट के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)