Adani Group New Achievement : देश ही नहीं, एशिया के सबसे रईस कारोबारी गौतम अडाणी के उद्योग समूह की एक कंपनी की रेटिंग बहुत जल्द भारत की सॉवरेन रेटिंग से भी बेहतर हो जाएगी. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक यह दावा ग्रुप के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) जुगशिंदर (रॉबी) सिंह ने निवेशकों के साथ हाल ही में हुई एक बैठक के दौरान किया है. दिल्ली में आयोजित इस बैठक में जुगशिंदर सिंह ने कहा कि ग्रुप की तरफ से इस उपलब्धि का एलान जल्द ही किया जा सकता है. हालांकि उन्होंने इस कंपनी के नाम का खुलासा नहीं किया. पीटीआई ने यह खबर बैठक में मौजूद दो लोगों के हवाले से दी है.
ज्यादातर दिग्गज कंपनियों की रेटिंग सॉवरेन के बराबर या उससे नीचे
एजेंसी के मुताबिक जुगशिंदर सिंह ने बताया कि अडाणी समूह की यह कंपनी सॉवेरन से बेहतर रेटिंग हासिल करने वाली भारत की ऐसी पहली फर्म होगी, जिसका सारा कारोबार देश के भीतर ही फैला है. सिंह के मुताबिक कम कर्ज और बिजनेस की तेज ग्रोथ कंपनी की इस कामयाबी के प्रमुख कारण हैं. ग्लोबल रेटिंग एजेंसी एस एंड पी (S&P) और फिच (Fitch) ने भारत को ‘BBB-’ की रेटिंग दी है, जो इनवेस्टमेंट ग्रेड में सबसे निचली रेटिंग है. देश की ज्यादातर सरकारी और प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों की रेटिंग या तो इससे नीचे है या इसके बराबर.
अडाणी ग्रुप की 2 कंपनियों की रेटिंग सॉवरेन के बराबर
फिलहाल अडाणी समूह की 6 लिस्टेड कंपनियों में शामिल अडाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड की रेटिंग भारत की सॉवरेन रेटिंग के बराबर है. इसे फिच और एस एंड पी ने BBB- की रेटिंग दी है, जबकि मूडीज़ (Moody’s) इनवेस्टर्स सर्विस ने Baa3 की रेटिंग दी है. तीनों ही एजेंसियों ने भारत की सॉवरेन रेटिंग भी यही रखी है. हालांकि गुरुवार को एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड को दी गई अपनी रेटिंग को कंपनी के कहने पर वापस ले लिया है. बताया जा रहा है कि ऐसा कंपनी में री-स्ट्रक्चरिंग की वजह से किया गया है. अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की रेटिंग भी भारत की सॉवरेन रेटिंग के बराबर ही है.
RIL को मिल चुकी है सॉवरेन से बेहतर रेटिंग
पिछले साल जून में फिच रेटिंग्स ने मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) को देश की सॉवरेन रेटिंग से कुछ ऊपर की रेटिंग दी थी. इसके लिए कंपनी के कर्ज में कमी आने को जिम्मेदार ठहराया था. लेकिन कुछ लोग दलील दे सकते हैं कि रिलायंस इंडस्ट्रीज का बिजनेस देश के बाहर तक फैला हुआ है. जबकि जुगशिंदर सिंह का कहना है कि अडाणी समूह की कंपनी सॉवरेन से बेहतर रेटिंग हासिल करने वाली ऐसी पहली कंपनी होगी, जिसका कारोबार सिर्फ देश के भीतर ही है.
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गौतम अडाणी का विशाल कारोबारी साम्राज्य
अडाणी समूह कभी अहमदाबाद में मिड-साइज ट्रेडिंग कारोबार था, लेकिन पिछले कुछ बरसों के दौरान उसने जबरदस्त तरक्की की है. अडाणी ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप टाटा समूह की कंपनियों और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप को भी पार कर गया है. इस समूह के प्रमुख गौतम अडाणी ने 1988 में एक कमोडिटी ट्रेडर के तौर पर शुरुआत की थी, लेकिन आज उनके कारोबार का विशाल साम्राज्य बंदरगाहों, एयरपोर्ट्स, सड़कों, पावर और पावर ट्रांसमिशन, गैस डिस्ट्रीब्यूशन, एफएमसीजी, सीमेंट, रियल एस्टेट और डेटा सेंटर से लेकर मीडिया बिजनेस तक फैला हुआ है. अपनी इस कामयाबी के दम पर गौतम अडाणी आज न सिर्फ देश के सबसे रईस कारोबारी हैं, बल्कि दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में भी तीसरे-चौथे नंबर पर रहते हैं.