Should You Invest in Adani Enterprises FPO: अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) का फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (FPO) 27 जनवरी 2023 को खुलेगा, जिसमें निवेशक 31 जनवरी तक पैसा लगा सकेंगे. अडानी इंटरप्राइजेज भारतीय शेयर बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा एफपीओ लॉन्च करने जा रही है, जिसका साइज 20,000 करोड़ रुपये है. अडानी इंटरप्राइजेज ने इसके लिए प्राइस बैंड का एलान कर दिया है. लोअर प्राइस बैंड के हिसाब से रिटेल निवेशकों को 15 फीसदी छूट पर शेयर मिलेगा. जबकि अपर प्राइस बैंड पर मार्केट रेट से 10 फीसदी छूट पर शेयर मिलेगा. एंकर निवेशक अडानी इंटरप्राइजेज के एफपीओ में 25 जनवरी 2023 को आवेदन कर सकेंगे.
FPO: ये है प्राइस बैंड
अडानी इंटरप्राइजेज ने FPO के लिए प्राइस बैंड की भी घोषणा कर दी है. इसके लिए फ्लोर प्राइस 3,112 रुपये प्रति शेयर किया गया है, कंपनी को एफपीओ फ्लोर प्राइस 3,112 रुपये प्रति शेयर और एफपीओ के लिए कैप प्राइस 3,276 रुपये प्रति शेयर के लिए बोर्ड के सदस्यों से मंजूरी मिली है. रिटेल निवेशकों को एफपीओ के शेयर करंट मार्केट प्राइस 3596 रुपये की तुलना में 64 रुपये प्रति शेयर के डिस्काउंट पर मिलेंगे. निवेशक कम से कम 4 एफपीओ शेयरों के लिए और उसके बाद 4 एफपीओ शेयरों के मल्टीपल में बोली लगा सकते हैं. एफपीओ में 35 फीसदी कोटा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व रखा जाएगा.
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नवंबर 2022 में मिली थी मंजूरी
इससे पहले नवंबर 2022 में, अडानी एंटरप्राइजेज के निदेशक मंडल ने एफपीओ के माध्यम से 20,000 करोड़ रुपये तक फंड जुटाने के निर्णय को मंजूरी दी थी. एफपीओ के माध्यम से कंपनी की 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की योजना है. वर्तमान में, प्रमोटर ग्रुप की कंपनी में 72.63 फीसदी हिस्सेदारी है. एफपीओ में 35 फीसदी कोटा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व रखा जाएगा.
डिस्काउंट पर निवेश का अच्छा मौका
Swastika Investmart Ltd के इक्विटी मार्केट हेड, गिरीश सोडानी का कहना है कि रिटेल निवेशकों के लिए यह FPO के जरिए कंपनी के शेयरों को डिस्काउंट पर खरीदने का एक अच्छा अवसर होगा. स्टॉक ने बीते दिनों में अच्छा प्रदर्शन किया है. कंपनी ने नए बिजनेस में प्रवेश किया है और अपने कारोबार का तेजी से विस्तार किया है. साल 2022 की सितंबर तिमाही के कंपनी के परिणाम भी यही दिखाते हैं. कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 212 करोड़ रुपये की तुलना में दोगुना से अधिक बढ़कर 460.94 करोड़ रुपये हो गया. परिचालन से आने वाला रेवेन्यू 189 फीसदी बढ़ गया.
उनका कहना है कि FPO आम तौर पर IPO में निवेश की तुलना में वैल्यू ऐडेड होता है, क्योंकि निवेशकों को कंपनी के स्टॉक, रिजल्ट परफॉर्मेंस, बिजनेस प्रैक्टिस, ग्रोथ अनुमान के बारे में एक आइडिया मिलता है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि निवेशक इस स्टॉक और इसकी प्राइस रेंज से बहुत हद तक परिचित हैं.
निवेशकों के लिए मल्टीबैगर शेयर
अडानी इंटरपप्राइजेज की बात करें तो यह निवेशकों के लिए मल्टीबैगर शेयर साबित हुआ है. शेयर ने बीते 1 साल में 94 फीसदी रिटर्न दिया है. वहीं 5 साल में इसका रिटर्न 1695 फीसदी है. 5 साल में शेयर का भाव 200 रुपये से 3585 रुपये पहुंच गया.
(Disclaimer: एफपीओ में निवेश की सलाह एक्सपर्ट के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)