Kantar India Union Budget Survey 2023 : बड़ी टेक कंपनियों की तरफ से लगातार हो रही छंटनी के बीच एक नई सर्वे रिपोर्ट सामने आई है. मार्केटिंग और डेटा एनालिटिक्स कंपनी कांतार (Kantar) ने अपने सर्वेक्षण में पाया है कि 75% यानी हर चार में से एक भारतीय को अपनी नौकरी खो देने की आशंका है, वहीं, चार में से तीन (75%) भारतीय बढ़ती महंगाई को लेकर चिंतित हैं. हालांकि व्यापक आर्थिक स्तर पर ज्यादातर भारतीयों की सोच पॉजिटिव है.
रिपोर्ट के अनुसार, 50% भारतीयों का मानना है कि 2023 में देश की अर्थव्यवस्था बढ़ेगी, वहीं, 31 फीसदी को लगता है कि इसकी रफ्तार कम हो जाएगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि छोटे शहरों के लोग महानगरों की तुलना में ज्यादा सकारात्मक है. कांतार के कार्यकारी प्रबंध निदेशक (दक्षिण एशिया-इनसाइट प्रभाग) दीपेंद्र राणा ने कहा, ‘‘भारतीयों की सोच 2023 में देश के व्यापक आर्थिक प्रदर्शन को लेकर मोटे तौर पर पॉजिटिव है और भारत के ग्रोथ में उन्हें भरोसा है.’
सरकार से क्या हैं लोगों की उम्मीदें
‘भारत आम बजट सर्वे’ के दूसरे संस्करण में कांतार ने पाया कि वैश्विक आर्थिक मंदी और कोविड-19 का प्रकोप फिर शुरू होने की आशंका भारतीयों को सता रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘चार में से तीन लोगों को बढ़ती मुद्रास्फीति की चिंता है और वे चाहते हैं कि इससे निपटने के लिए सरकार निर्णयात्मक कदम उठाए.’’ सर्वे में पाया गया है कि लोग आगामी बजट से कई तरह की अपेक्षाएं रख रहे हैं, साथ ही कुछ भारतीय उपभोक्ता आयकर को लेकर नितिगत बदलावों की घोषणा की भी उम्मीद कर रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि उपभोक्ता बुनियादी आयकर छूट सीमा को मौजूदा 2.5 लाख रुपये से बढ़ाने की सबसे ज्यादा उम्मीद कर रहे हैं. यहीं नहीं, उपभोक्ता चाहते हैं कि 30 प्रतिशत की उच्चतम कर दर (मौजूदा 10 लाख रुपये से) की सीमा बढ़ाई जाए.
इन 12 शहरों में हुआ सर्वे
कांतार ने यह सर्वेक्षण देश के 12 बड़े शहरों में किया है। इसमें मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु, अहमदाबाद, इंदौर, पटना, जयपुर और लखनऊ जैसे शहर शामिल हैं. यह सर्वेक्षण 15 दिसंबर, 2022 से 15 जनवरी, 2023 के बीच किया गया और इसमें 21-55 वर्ष के लोग शामिल हैं.