Railway Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nimala Sitharaman) ने संसद में बुधवार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया. इस बजट को उन्होंने अमृत काल का पहला बजट बताया. इस बार बजट में रेलवे पर खासा ध्यान दिया गया है. वित्त मंत्री ने बजट में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये आवंटित किया है.
2014 की तुलना में 9 गुना बढ़ा रेलवे बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रेलवे के लिए कैपिटल आउटले (Capital Outlay) को बढ़ा कर 2.40 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है. इससे पहले साल 2022-2023 में रेलवे के लिए 1.4 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था, जिनमें से 1.37 लाख करोड़ रुपये कैपिटल एक्सपेंडिचर (Capital Expenditure) के लिए और 3,267 लाख करोड़ रुपये रेवेन्यू एक्सपेंडिचर (Revenue Expenditure) के लिए निर्धारित किया गया था.
रेलवे में बढ़ेगा निजी निवेश
इस समय देश भर में कई महत्वपूर्ण रेलवे परियोजनाएं चल रही हैं और आने वाले समय में रेलवे का कैपेक्स और बढ़ने की उम्मीद है. अगर ऐसा होता है तो रेलवे वास्तव में राष्ट्रीय विकास के इंजन के रूप में उभरेगा. यही नहीं रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में और अधिक निजी निवेश भी देखने को मिल सकता है, जिससे रेलवे के ओवरआल डेवलपमेंट को और बढ़ावा मिलेगा. बता दें कि वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि रेलवे की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए 100 महत्वपूर्ण परियोजनाओं की पहचान की गई है.
1000 से अधिक रेलवे कोच को बनाया जाएगा मॉडर्न
बजट के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि देश में रेल से यात्रा करने वाले यात्रियों की उम्मीदें लगातार बढ़ रही हैं. इसी के मद्देनजर रेलवे राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, हमसफर और तेजस जैसी प्रमुख ट्रेनों के 1,000 से अधिक डिब्बों का नवीनीकरण करेगा. उन्होंने कहा कि कोच के कई हिस्सों को मॉडर्न बनाया जायेगा और यात्रियों के आराम के हिसाब से इसमें सुधार किया जायेगा. यही नहीं अगस्त 2023 तक 75 वंदे भारत ट्रेन पटरी पर दौड़ती हुई नजर आएंगी.
बदली जाएंगी रेलवे की पटरियां
इस बजट में सरकार ने हाइड्रोजन ईंधन आधारित 35 ट्रेन, साइड एंट्री के साथ 4,500 नए डिजाइन वाले ऑटोमोबाइल व्हीकल कोच, पांच हजार एलएचबी कोच और 58,000 वैगन के निर्माण का का प्रस्ताव दिया है. टूरिस्ट को लुभाने के लिए रेलवे 100 और विस्टाडम कोच बनाने का प्रस्ताव कर रहा है. रेलवे के पुराने पटरियों को बदलने के लिए महत्वपूर्ण आवंटन किया गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि रेलवे ट्रेनों को गति देने और कई जगहों पर 75 नए वंदें भारत एक्सप्रेस चलाने की योजना बना रही है.