Budget 2023 Reactions: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज साल 2023-24 का बजट (Union Budget 2023) किया. करीब डेढ़ घंटे तक चले बजट स्पीच में सीतारमण ने टैक्स कटौती, महिला सम्मान बचत पत्र योजना शुरू करने, डिजिटल लाइब्रेरी (Digital Library), कृषि को डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर (Digital Infrastructure) से जोड़ने समेत दर्जनों ऐलान किए हैं. एक तरफ मोदी सरकार इस बजट को ‘अमृत बजट’ बताकर अपनी पीठ थपथपा रही है. दूसरी तरफ विपक्षी दलों के नेता आरोप लगा रहे हैं कि मोदी सरकार ने सिर्फ आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर ये बजट बनाया है और रोजगार और मंहगाई पर सरकार ने चुप्पी साध ली है.
अमृतकाल नहीं, ‘मित्र काल’ बजट है: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने बजट की आलोचना करते हुए कहा है कि यह अमृत काल बजट नहीं बल्कि ‘मित्र काल’ बजट में है. इस बजट में नौकरियां पैदा करने के लिए कोई विजन नहीं, महंगई से निपटने की कोई योजना नहीं है और असमानता को दूर करने का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा कि 1% सबसे अमीर 40% संपत्ति के मालिक हैं, 50% सबसे गरीब 64% जीएसटी का भुगतान करते हैं, 42% युवा बेरोजगार हैं- फिर भी, पीएम को उनका परवाह नहीं है! यह बजट साबित करता है कि भारत के भविष्य के निर्माण के लिए सरकार के पास कोई रोडमैप नहीं है.
यह बजट सिर्फ चुनावी बजट- मल्लिकार्जुन खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्विट कर बजट पर सवाल उठाए हैं. मोदी सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए खरगे ने कहा, “मोदी सरकार का बजट जनता का भाजपा पर लगातार गिरते विश्वास का सबूत है. यह बजट केवल चुनाव को ध्यान रखकर बनाया गया है, देश को ध्यान में रखकर नहीं! इस बजट में भयंकर बेरोजगारी का हल ढूंढ़ने की कोई भी कोशिश नहीं की है!” खरगे ने आगे कहा, “हर घर महँगाई है. बजट में ऐसा कुछ नहीं है जिससे रोजमर्रा की वस्तुओं के दामों में कोई कमी आए. आटा, दाल, दूध, रसोई गैस – सबका दाम बढ़ाकर मोदी सरकार ने देश को लूटा है.”
निर्मला का ‘निर्मम’ बजट: भूपेश बघेल
बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि यह बजट ‘निर्मम’ बजट है. सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए इस निराशाजनक बजट में कुछ भी नहीं है. मोदी सरकार ‘निर्मम’ बजट लेकर आयी है. बघेल ने केंद्र सरकार से ये भी पूछा है कि क्या अब रेलवे को निजी हाथों में बेचने की तैयारी चल रही है. उन्होंने मोदी सरकार पर तंज कंसते हुए कहा कि इस बजट में रेलवे के लिए 2 लाख 35 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान रखा गया है. क्या ये कर्मचारियों के लिए है, या नई भर्ती के लिए है, या ऐसा तो नहीं कि जैसे एयरपोर्ट्स को बेचने से पहले सैकड़ों हजारों करोड़ नवीनीकरण के लिए लगा दिया गया है. क्या इसी तरह से रेलवे को भी निजी हाथों में बेचने की तैयारी है?
इस बजट में गरीब, युवाओं और बेरोजगारों के लिए कुछ भी नहीं: चिदंबरम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सरकार पर अमीर और गरीब के बीच बढ़ती असमानता को लेकर चिंता किए बिना बजट बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने वित्त मंत्री पर सवाल उठाते हुए कहा कि निर्मला सीतारमण ने अपने बजट स्पीच में कहीं भी बेरोजगारी, गरीबी या असमानता जैसे शब्दों का कहीं भी जिक्र नहीं किया. चिदंबरम ने कहा है कि बजट से पता चलता है कि सरकार ने आम लोगों की आजीविका के बारे में परवाह नहीं किया है. इस बजट से किसे फायदा हुआ है? इससे न गरीब को न नौकरी की तलाश में भटक रहे युवा को, न नौकरी से निकाले गए युवाओं को और न ही बड़ी संख्या में टैक्सपेयर को फायदा हुआ है. गृहिणियों के लिए भी इस बजट में कुछ खास नहीं है.
ममता बनर्जी ने बजट को बताया निराशजनक
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस बजट को निराशाजनक बजट बताया है. सीएम ममता ने कहा कि यह बजट 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर बनाया गया है. सीएम ममता ने तंज मारते हुए कहा कि यदि उन्हें आधा घंटा दिया जाए तो वह इससे अच्छा बजट बनाकर दिखा सकती हैं.
बजट से पंजाब गायब: भगवंत मान
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा है कि इस बजट में पंजाब के लिए कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले पंजाब गणतंत्र दिवस से गायब था, अब पंजाब बजट से गायब है. सीमावर्ती राज्य होने के नाते हमने आधुनिकीकरण, एंटी-ड्रोन सिस्टम के लिए 1000 करोड़ रुपये की मांग की थी, लेकिन बजट में कुछ भी नहीं कहा गया है.
आम आदमी का है यह बजट: केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी
विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि वो नाखुश इसलिए हैं क्योंकि वो विपक्ष में हैं.
एक बहुत लोकप्रिय पीएम को देखते हैं जिन्होंने शासन की प्रकृति में एक व्यावहारिक बदलाव और बदलाव पेश किया है. यह बजट आम आदमी के लिए है.