Budget 2022 Expectations: इक्विटी मार्केट पर केंद्रीय बजट का प्रभाव पिछले कुछ सालों में कम हुआ है क्योंकि सरकार ने अधिकांश सुधारों को बजट के दायरे से बाहर किया है. फिर भी निवेशक हमेशा ही बजट को बूस्टर के रूप में देखते हैं. उम्मीद रहती है कि बजट से बाजार को जोरदार बूस्ट मिल सकता है. अब बजट पेश होने में कुछ ही दिन रह गए हैं तो हर बार की तरह इस बार भी बाजार को बजट से बहुत उम्मीदें हैं. यह बजट ऐसे समय पेश हो रहा है, जब कोविड 19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को शॉर्ट टर्म के लिए अर्थव्यवस्था पर असर डालने वाला माना जा रहा है. बजट की उम्मीदों और बजट के बाद कहां बनेंगे कमाई के मौके, इन सब बातों पर ब्रोकरेज हाउस एक्सिस सिक्योरिटीज ने रिपोर्ट दी है.
ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि पॉजिटिव यह है कि पिछले कुछ महीनों में टैक्स रेवेन्यू में उछाल देखने को मिला है और इकोनॉमी रिकवरी के रास्ते पर है. फिस्कल सिचुएशन मैनेज होता दिख रहा है. इस बजट को ग्रोथ ओरिएंटेड रहने का अनुमान है. इसकी यह वजह भी है कि इस साल कई राज्यों में चुनाव हो रहे हैं. सरकार बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़ाने का एलान कर सकती है. इससे इकोनॉमी को और अधिक विकास गति हासिल करने में मदद मिलेगी. वहीं पीएलआई स्कीम का दायरा भी बढ़ाए जाने की उम्मीद है.
जॉब क्रिएशन पर फोकस
सरकार को फोकस जॉब क्रिएशन पर होना चाहिए. ऐसे सेक्टर को बढ़ाव मिले, जहां से ज्यादा से ज्यादा जॉब क्रिएट की जा सकें. वहीं सरकार को इन्वेस्टमेंट ड्राइवेन ग्रोथ के लिए उपाय करने चाहिए. इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को भी बजट से काफी उम्मीदें हैं, जहां बहुत सी नौकरियां पैदा की जा सकती हैं. सड़क, पानी, मेट्रो, रेलवे, डिफेंस, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्रीन टेक्नोलॉजी के लिए कैपेक्स की जरूरत है.
PLI स्कीम का दायरा
इस बजट में PLI स्कीम का दायरा बढ़ाया जाने की उम्मीद है. वहीं एग्री और इससे जुड़ी एक्टिविटीज पर सरकार को खर्च बढ़ाने चाहिए, जिससे रूरल इकोनॉमी मजबूत हो सके. सरकार को ऐसे उपाय करने चाहिए, जिससे प्राइवेट कैपेक्स को भी बूस्ट मिल सके.
विनिवेश और निजीकरण
विनिवेश और निजीकरण पर क्लीयर रोडमैप की जरूरत है. उम्मीद है कि बजट में इस तरह के एलान हों कि आने वाले समय में सरकार विनिवेश और निजीकरण की गति तेज करेगी. इन दोनों मामले में पिछले कुछ साल सुस्ती देखने को मिली है.
Tax स्ट्रक्चर
साल 2019 में कॉर्पोरेट टैक्स को कम किया गया था. प्राइवेट इन्वेस्टमेंट को प्रोत्साहित करने के लिए इस स्ट्रक्चर को वित्त वर्ष 2023 में बनाए रखने की संभावना है. पर्सनल इनकम टैक्स स्ट्रक्चर को भी बनाए रखने की उम्मीद है, क्योंकि एडिशनल टैक्स कंजम्पशन पर असर डाल सकता है.
फिस्कल सिचुएशन
कोविड -19 के चलते फिस्कल डेफिसिट एक बड़ा चुनौती रहा है. यह वित्त वर्श 2021 में आलटाइम हाई पर रहा है. हालांकि, पिछले कई महीनों में तेजी से कलेक्शन के साथ टैक्स रेवेन्यू में बढ़ोतरी हुई है. इसे ध्यान में रखते हुए, फिस्कल डेफिसिट में बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है. वित्त वर्ष 2023 में फिस्कल कंसोलिडेशन की उम्मीद है.
किन शेयरों पर रखें नजर
ब्रोकरेज हाउस एक्सिस सिक्योरिटीज ने बजट 2022 को देखते हुए जिन शेयरों पर भरोसा जताया है उनमें Maruti, मिंडा कॉर्प, पॉलीकैब इंडिया, Canfin Homes, SBI Life, KNR कंस्ट्रक्शन, HG इंफ्रा, Ashok Leyland, Welspun India और Dalmia Bharat शामिल हैं. वहीं ब्रोकरेज की लिस्ट में ITC, Godfrey Phillip और VST Industries ऐसे स्टॉक हैं, जिन पर निगेटिव व्यू है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)