Semiconductor Shortage: सेमीकंडक्टर की सप्लाई में कमी के कारण देश की सबसे बड़ी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) का प्रोडक्शन लगातार प्रभावित हो रहा है. कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) अजय सेठ का कहना है कि इस स्थिति से निपटने के लिए कंपनी हर संभव प्रयास कर रही है
46,000 यूनिट्स गाड़ियों का नहीं हुआ प्रोडक्शन
हालांकि सेमीकंडक्टर की कमी में कुछ सुधार आया है लेकिन सप्लाई अभी भी जरूरत से कम है, जिसके चलते कंपनी का प्रोडक्शन प्रभावित हो रहा है. देश की सबसे बड़ी कार कंपनी सेमीकंडक्टर की कमी के कारण अक्टूबर-दिसंबर में लगभग 46,000 यूनिट्स का प्रोडक्शन नहीं कर सकी है.
प्रोडक्शन बढ़ाने की कोशिश तेज
कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) अजय सेठ का कहना है कि सेमीकंडक्टर की कमी हमारे लिए एक चुनौती है और इससे प्रोडक्शन भी प्रभावित हो रही है. उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की आपूर्ति की स्थिति अब भी दुरुस्त नहीं हुई है हालांकि हम आपूर्ति बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं.
3.6 लाख गाड़ियों की डिलीवरी बाकी
मारुति के पेंडिंग आर्डर तीसरी तिमाही के अंत में बढ़कर लगभग 3.63 लाख यूनिट्स हो गए हैं. फिलहाल कंपनी मानेसर और गुरुग्राम के प्लांट में सालाना 15 लाख यूनिट्स की प्रोडक्शन करती है. इसके अलावा मारुति की पैरेंट कंपनी सुजुकी के गुजरात प्लांट से 7.5 लाख यूनिट्स का प्रोडक्शन होता है.
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वाहनों की बिक्री बढ़ी
मारुति सुजुकी इंडिया ने तीसरी तिमाही में 4,65,911 गाड़ी बेचे हैं. इनमें 4,03,929 गाड़ी डोमेस्टिक मार्केट में बेचे गए हैं जबकि 61,982 यूनिट्स का एक्सपोर्ट किया गया है. बता दें कि पिछले साल इस समय तक कंपनी की कुल बिक्री 4,30,668 यूनिट्स रही थी. इनमें से 3,65,673 गाड़ी डोमेस्टिक मार्केट में बेचे गए थे, जबकि 64,995 यूनिट्स का एक्सपोर्ट किया गया था.