नेचुरल गैस की कीमतों में बढ़ोतरी ने चालू वित्त वर्ष में वाणिज्यिक वाहनों में CNG के इस्तेमाल को घटाकर 9-10 फीसदी कर दिया है जबकि पहले यह अनुपात 16 फीसदी था. ICRA रेटिंग्स की एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया गया है. रेटिंग एजेंसी की शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ने से पिछले एक साल में CNG के दाम 70 फीसदी तक बढ़ चुके हैं. इसकी वजह से डीजल और सीएनजी के बीच कीमतों का अंतर काफी कम हो गया है जिससे लोग CNG वाहनों की तरफ बढ़ने से परहेज करने लगे हैं.
FY23 में नेचुरल गैस के इस्तेमाल में आई कमी- ICRA
ICRA रेटिंग्स ने बयान में कहा कि सीएनजी वाहनों के इस्तेमाल से परिचालन लागत में होने वाली बचत इसके दाम बढ़ने से डीजल की तुलना में कुछ खास नहीं रह गई है. इसकी वजह से डोमेस्टिक कॉमर्शियल व्हीकल्स सेक्टर में सीएनजी के इस्तेमाल में चालू वित्त वर्ष में गिरावट देखने को मिली है, FY23 में मिडिल कॉमर्शियल ट्रक सेगमेंट (MCV truck Segment) में सीएनजी के इस्तेमाल में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई है.
CNG फ्यूल से चलने वाले वाहनों के इस्तेमाल में आई कमी
रेटिंग एजेंसी ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 में सभी वाहनों में 38 फीसदी हिस्सेदारी सीएनजी फ्यूल से चलने वाले वाहनों की थी. जो वित्त वर्ष 2022-23 के पहले आठ माह में घटकर 27 फीसदी रह गई है. हालांकि, पैसेंजर व्हीकल्स सेगमेंट में सीएनजी को लेकर स्वीकार्यता बनी हुई है. ICRA ने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि सीएनजी के साथ-साथ इलेक्ट्रिक वाहनों का भी इस्तेमाल बढ़ने का सिलसिला आगे भी जारी रहने वाला है.
रुझानों पर टिप्पणी करते हुए आईसीआरए लिमिटेड की असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट और सेक्टर हेड (कॉर्पोरेट रेटिंग्स) श्रुति थॉमस ने कहा कि सीएनजी और डीजल के बीच कीमत में कम अंतर के कारण चालू वित्त वर्ष में डोमेस्टिक कॉमर्शियल व्हीकल्स सेक्टर में सीएनजी वाहनों की बिक्री में संकुचन काफी दर्ज की गई है.
(इनपुट : भाषा)